आदमखोर बन्दरों ने रुनकता कस्बे के कचहरा चौक मोहल्ला निवासी योगेश की सारी खुशियां छीन ली.
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शोभित चतुर्वेदी, आगराः ताजनगरी आगरा का एक कस्बा ऐसा भी है जहां इंसानों से ज्यादा आबादी बन्दरों की हो गई है. यहां के बन्दर भी आम बन्दर न होकर आदमखोर बंदर हैं और बीती रात मां की गोद से छीनकर 12 दिन के मासूम की हत्या कर उस परिवार का इकलौता चिराग बुझा चुके हैं. स्थानीय लोग इसका कारण कीठम बर्ड सेंचुवरी में स्थित वाइल्ड लाइफ संस्था को मानते हैं और उनका कहना है कि इनके द्वारा रेस्क्यू किए गए जानवरों को आस-पास के जंगलों में छोड़ने से ऐसा हो रहा है.
सोमवार रात को आदमखोर बन्दरों ने रुनकता कस्बे के कचहरा चौक मोहल्ला निवासी योगेश की सारी खुशियां छीन ली. आदमखोर बन्दरों ने उसके घर मे घुसकर उसकी पत्नी के हाथ से उसका 12 दिन का बच्चा छीनने की कोशिश की और जब पत्नी ने बच्चे को नही छोड़ा तो उसका सर नोच कर ले गए. योगेश का कहना है कि जो उसके साथ हुआ है वो किसी के साथ ना हो और प्रशाशन उनकी मदद करे.
यहां औलाद खोने का गम सिर्फ योगेश को हुआ है पर पूरा कस्बा बन्दरों के आतंक से परेशान है. यहां हर दूसरे घर मे बन्दरों के द्वारा घायल बच्चे,औरते और लड़कियां आपको देखने को मिल जाएंगी. हालात इतने बदतर हैं कि यहां के बच्चे बूढ़े और जवान सभी अपनी आजीविका के काम छोड़कर हाथो मे डण्डे लेकर घर की रखवाली कर रहे हैं और दिन रात उन्हें बस बन्दरों से अपने परिवार के बच्चों का नुकसान होने का डर सता रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि वो कई बार शिकायत कर चुके हैं पर कोई सुनवाई नही होती है. उनका कहना है कि आज से 20 साल पहले यहां किसी ने सांप या बन्दर देखा तक नही था पर जबसे कीठम बर्ड सेंचुरी में बीयर रेस्क्यू सेंटर बनाया गया है तब से यहां wsos की टीम अलग अलग जगहों से सांप और बन्दर समेत तमाम जीव पकड़ कर लाती है और उन्हें पास के जंगलों में छोड़ देती है और बाद में वो जानवर गांव में घुस आते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं.बन्दरो का आतंक की यह घटना ताजनगरी के लिए नई नही है.पूर्व में भी बन्दर ताजनगरी में हत्या,लूट,छिनैती और गैंगवार जैसे मामलों में संलिलत रहे हैं.
दो वर्ष पूर्व छीपीटोला में चाट विक्रेता को छत से फेंकने पर उसकी मौत और इसी क्षेत्र में एक युवक की चेन छीनने के चक्कर मे उसे चार मंजिल से फेंकने का काम करने वाले बन्दर,एसबीआई बैंक के बाहर चांदी व्यापारी से एक लाख साठ हजार की लूट और दर्जनों को घायल करने की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पूर्व में प्रशाशन ने यहां दो करोड़ रुपये खर्च करके रुनकता के पास चुरमुरा में नसबंदी केन्द्र बनाया था पर कुछ ही दिन बाद यह धूल फांक रहा है.