सोनेलाल पटेल जयंती विवाद पर बोले संजय निषाद- पल्लवी पटेल कहीं भी मनाए जयंती, जगह की कोई जरूरत नहीं
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1241366

सोनेलाल पटेल जयंती विवाद पर बोले संजय निषाद- पल्लवी पटेल कहीं भी मनाए जयंती, जगह की कोई जरूरत नहीं

Sonelal Patel Jayanti Controversy: डॉ संजय निषाद ने कहा कि सोनेलाल पटेल ऐतिहासिक पुरुष थे. उनकी जयंती पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. पल्लवी पटेल कहीं भी पटेल जयंती मनाए. 

फोटो क्रेडिट (ट्विटर)

अयोध्या: रामनगरी अयोध्या पहुंचे योगी सरकार में मंत्री डॉ संजय निषाद (Dr. Sanjay Nishad) ने सोनेलाल पटेल जयंती विवाद (Sonelal Patel Birth Anniversary Controversy) पर बड़ा बयान दिया है. डॉ संजय निषाद ने कहा कि सोनेलाल पटेल ऐतिहासिक पुरुष थे. उनकी जयंती पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. पल्लवी पटेल कहीं भी पटेल जयंती मनाए. उनकी जयंती कोई भी मना सकता है, कहीं भी मना सकता है, जगह की कोई जरूरत नहीं है. जगह एक राजनीतिकरण है.

डॉ संजय निषाद ने निषाद समुदाय के आरक्षण को लेकर कही ये बड़ी बात 
आरक्षण के मुद्दे को लेकर डॉ संजय निषाद ने कहा कि आरक्षण के लिए प्रयास जारी है.आरक्षण के लिए प्रमाणित दस्तावेज खोज कर आया हूं. आरक्षण मैं ही दिलाऊंगा. इसका एक सिस्टम है उस पर काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे निषाद समुदाय को विपक्ष ने गुमराह किया. इस संवैधानिक आरक्षण से हमारे समुदाय को दूर रखा गया. विपक्ष ने इसको उलझा रखा था, अब हम इसे सुलझा रहे हैं और सुलझाने में कामयाबी भी मिल रही है. 

डॉ संजय निषाद ने मछली पालन के लिए लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि लक्ष्मी कमल पर होती है और कमल पानी में होता है. पानी में ही लक्ष्मी जी होती हैं. इसलिए लोग पानी से ना डरे. पानी में 20 पैसे का एक मछली का बच्चा डालें. ढाई 3 महीने में उससे 10 गुना फायदा होता है. हमारे निषाद समुदाय में ना पैसा है ना व्यवसाय है इसलिए हमारी पार्टी का बेसिक मुद्दा है कि हमारे निषाद समुदाय के लोग मछली पालन करें.

क्या है सोनेलाल जयंती विवाद?
बता दें कि पूरा विवाद कायक्रम स्थल की अनुमति से शुरू हुआ. सोनेलाल पटेल की जयंती पर अनुप्रिया पटेल और उनकी बहन पल्लवी पटेल, दोनों ही भव्य आयोजन करना चाहती थीं, लेकिन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान को लेकर खींचतान शुरू हुई. दोनों की तरफ से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के लिए आवेदन दिया गया था. केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को आयोजन की अनुमति मिल गई, जबकि पल्लवी की बुकिंग 1 जुलाई को कैंसिल कर दी गई. जिसके बाद पल्लवी वहीं समारोह के लिए अड़ गईं. 

WATCH LIVE TV

Trending news