दिल्ली: देश में फैलते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मिलकर एक्शन प्लान तैयार किया है. रणनीति बनाने के लिए खुद प्रधानमंत्री लगातार बैठक कर रहे हैं. इसी सिलसिले में अगले 3 दिन काफी अहम हैं. कोरोना वायरस को लेकर गृहमंत्री अमित शाह सर्वदलीय बैठक कर रहे हैं.
कोरोना को हराने के लिए पीएम ने संभाली 'कमान'
प्रधानमंत्री मोदी 16 और 17 जून को अहम बैठक करेंगे. जिसमें 29 राज्यों और 7 केंद्रशासित प्रदेशों शामिल होंगे. देश के कुल कोरोना मामलों में दो-तिहाई केवल 5 राज्यों में है. सरकार इन्हीं पर फोकस कर आगे की रणनीति बना रही है.
96 घंटों में 38 बैठक से निकालेगा 'संपूर्ण समाधान'
खास बात ये है कि सरकार 96 घंटे में 38 बैठक कर रही है. इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री शनिवार को कैबिनेट की बैठक से कर चुके हैं. आपका यहां इस बात का जानना बेहद आवश्यक हो जाता है कि कुल 96 घंटे के इस बैठक और लेकर मंथन में आने वाले 2 महीनों का एक्शन प्लान बनकर तैयार हो सकता है.
बता दे, रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोरोना के नाजुक होते हालात को लेकर अहम बैठक की. इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी मौजूद रहे. इस दौरा अमित शाह ने बेहतर टेस्टिंग पर जोर दिया.
कंटेनमेंट जोन के हर पोलिंग बूथ पर कोरोना टेस्टिंग
दिल्ली सरकार को ट्रेनों के 500 आइसोलेशन कोच दिए गए हैं. इनमें करीब 8000 बेड हैं. कोरोना जांच को दोगुना और फिर तीन गुना किया जाएगा. जानकारी के अनुसार राजधानी दिल्ली में अब कंटेनमेंट जोन के हर पोलिंग बूथ पर कोरोना संक्रमण की जांच की जाएगी.
वहीं रोजाना कोरोना के बढते मामलों से निपटने के लिए ज्यादा जांच करने के साथ-साथ बेड्स की संख्या बढ़ाने और सेवाओं को बेहतर किए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं. शहर और जिले के हिसाब से अस्पतालों और आइसोलेशन बेड्स की जरूरत पर फोकस किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर इमर्जेंसी प्लानिंग भी कर रहा है.
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सरकार का नजरिया साफ है. कोरोना को हराने के लिए सियासत भूलना होगा. जिस महामारी से दुनिया जूझ रही है. उसे हराने के लिए सभी का साथ और सभी का विश्वास जरूरी है और यही सरकार का संदेश भी है. सर्वदलीय बैठक और अन्य बैठकों का आयोजन जिसका बड़ा उदाहरण है.
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