नई दिल्ली: ये फ़्रांस के नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक का दावा है जिसके अंतर्गत उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस एक कृत्रिम वायरस है जो कि प्रयोगशाला में निर्मित किया गया है. ऐसा कहने वाले वे दुनिया के दूसरे नोबल पुरस्कार विजेता हैं. इनके बाद जापान के नोबल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक तुसुको होंजो ने भी कहा था कि यह चीन के द्वारा कृत्रिम तरीके से बनाया गया वायरस है. हालांकि होंजो के इस बयान की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है.
लूक मोन्टैगनर ने संदेह को पुष्ट किया
लूक मोन्टैगनर फ़्रांस के नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक हैं. इन्होने उस दावे की पुष्टि की है जो अभी तक संदेह के घेरों में था. माना जा रहा था कि चीन से निकला कोरोना वायरस कोई प्राकृतिक वायरस नहीं बल्कि कृत्रिम वायरस है. लूक ने इस संदेह को समर्थन दे कर एक तरह से सत्यापित ही कर दिया है. उन्होंने कहा है कि यह वायरस प्रयोगशाला में बनाया गया है.
चीन की लैब में बनाया गया है कोरोना वायरस
फ़्रांस के वैज्ञानिक लूक मोन्टैगनर ने सीधे सीधे शब्दों में कह दिया है कि कोविड-19 महामारी फैलाने वाला कोरोना वायरस एक मानव निर्मित वायरस है. इस नोबल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक ने आगे कहा कि कोरोना वायरस का निर्माण बाकायदा प्रयोगशाला में किया गया है. हालांकि उन्होंने आगे ये भी कहा ये वायरस एड्स बीमारी को फैलाने वाले एचआइवी वायरस की वैक्सीन बनाने की कोशिश में तैयार किया गया है जो कि अत्यंत संक्रामक और घातक वायरस बन कर उभरा है.
इंटरव्यू के दौरान किया खुलासा
इस नोबल विजेता फ्रांस के वैज्ञानिक ने ये चौंकाने वाला खुलासा एक टीवी चैनल को दिए जा रहे इंटरव्यू के दौरान किया. लूक मांटेग्नर को एचआइवी वायरस की खोज में संयुक्त भूमिका निभाने के लिए नोबल पुरस्कार प्रदान किया गया है.
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इस फ्रांसीसी वैज्ञानिक ने बताया कि एचआईवी के वैक्सीन के निर्माण के लिए इस वायरस को तैयार किया गया है और इसी कारण नोवल कोरोना वायरस की जीनोम में काफी हद तक एचआइवी के तत्व और कुछ सीमा तक मलेरिया के तत्व होने की आशंका है.
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