पाकिस्तान में सेना कर रही है डॉक्टरों की मदद

बुरी हालत है पाकिस्तान की. लेकिन ऐसे में सेना उतरी है अपने देश के डॉक्टरों की मदद करने के लिए जो पाकिस्तानी कोरोना मरीज़ों की चिकित्सा में जी जान से लगे हैं..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 8, 2020, 10:41 PM IST
    1. पाकिस्तान में भी डॉक्टर्स ने लगा दी जान
    2. अब डॉक्टर्स को जरूरत पड़ी सेना की
    3. गिरफ्तार किये गए थे कई डॉक्टर्स
पाकिस्तान में सेना कर रही है डॉक्टरों की मदद

नई दिल्ली: बुरा वक्त हो तो बुरे देश में भी अच्छी मिसालें मिल जाती हैं देखने को. वैसे तो पाकिस्तानी सेना का काम अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादियों को पालना पोसना प्रशिक्षण देना और उनसे आतंकी ऑपरेशंस को अंजाम देना है किन्तु अब देश की जब कोरोना ने बुरी हालत कर रखी है तो पाक आर्मी ने दरियादिली दिखाई है और वह देश के डॉक्‍टरों की मदद करने में लग गई है.

डॉक्टर्स ने लगा दी जान

पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पहले ही खस्ताहाल है ऐसे में बची-खुची कसर कोरोना ने पूरी कर दी है. अब हालत ये है कि कोरोना के मरीज़ ज़्यादा हैं और इस महामारी से लड़ने के लिए देश के इंतज़ामात हैं कम. ऐसे  में भी पकिस्तान के डॉक्टर्स ने दुनिया के दूसरे डॉक्टर्स की तरह ही अपने फ़र्ज़ को पूरी अहमियत दी और जान पर खेल कर भी दिन रात संक्रमण के मरीज़ों के उपचार में जुटे हैं.

डॉक्टर्स को जरूरत पड़ी सेना की

ऐसे में पकिस्तान में डॉक्‍टरों की मांग पर सेना की दरियादिली का मुज़ाहिरा सामने आया है. तमाम ज़रूरी मेडिकल इक्विपमेंट और मेडिसिन्स की तरह ही डॉक्टरों को पीपीई अर्थात पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट की सख्त कमी महसूस हुई है.

इस कमी को पूरा करने के लिए मदद की उम्मीद की डॉक्टर्स ने पाकिस्तान आर्मी से जिसने मौके की नज़ाकत देखते हुए अपने देश के डॉक्टर्स और कोरोना के मरीज़ों को निराश नहीं किया और डॉक्टरों को कोरोना से लड़ने के लिए रक्षा कवच उपकरण यानी PPE उपकरण मुहैया कराने का वादा किया है.

गिरफ्तार किये गए थे डॉक्टर्स

उलटे देश में सीधा कम और उलटा ज्यादा होता है. हालांकि पाकिस्‍तान आर्मी ने देश के डॉक्‍टरों की मांग पर संज्ञान ले कर डॉक्टरों को कोरोना से लड़ने के लिए रक्षा कवच उपकरण मुहैया कराने का वादा तो कर दिया है पर इसी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पिछले दिनों कोरोना मरीजों के इलाज में जरूरी मेडिकल सुरक्षा किट की मांग करने पर कुछ डॉक्टरों समेत स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया था.

प्रदर्शन किया था डॉक्टर्स ने

बलूचिस्तान के इन डॉक्टर्स ने अपने मरीजों के उपचार के लिए प्रांत के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपिमेंट किट की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन कर रहे इन स्वास्थ्य कर्मियों पर पुलिस ने डंडे बरसाए थे और राजधानी क्वेटा में 47 डॉक्टरों को हिरासत में भी ले लिया गया था जिनको बाद में उसी दिन रिहा भी कर दिया गया था.

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