नई दिल्ली: भारत ने कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाना शुरू कर दिया था. यहां इसके मामले आना भी कम हो गए थे. अचानक एक दिन निजामुद्दीन के जमातियों की देशभर में फैलने की घटना सामने आ गई. इसके बाद एकाएक कोरोना संबंधित मामलों में काफी तेजी आ गई. जमाती जहां-जहां भी क्वारंटाइन में रखे गए हैं, वहां से उनके परेशान करने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. उन्होंने अस्पतालों में नर्सों से बदमिजाजी की तो कई जगहों पर अनाप-शनाप हरकतें भी कीं. दिल्ली में ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है.
यूरिन भरी बोतलें फेंकी गईं
ऐसे समय जब कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए दिल्ली सहित पूरे देश में युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, दिल्ली के द्वारका के सेक्टर 16B के दिल्ली सरकार के क्वारंटाइन सेंटर में यूरिन से भरी बोतलें फेंकी गई हैं. फ्लैट नम्बर 109 से 112 में रुके जमातियों पर यूरिन से भरी यह बोतलें फेंकने का आरोप है. यह घटना मंगलवार शाम 6 बजे की है. यह बोतलें फ्लैट के पीछे पानी के पम्प के पास बरामद हुईं.
The complaint by civil defence personnel of Delhi Urban Shelter Improvement Board (DUSIB), on the basis of which the FIR has been registered, states that some people had thrown bottles filled with urine in the premises of the quarantine facility. https://t.co/7cgGeTgt20
— ANI (@ANI) April 8, 2020
माना जा रहा है कि यूरिन फेंककर कोरोना फैलाने की कोशिश की गई. क्वारंटाइन सेंटर में तैनात सिविल वॉलिंटियर्स ने यह जानकारी दी. दिल्ली के द्वारका नार्थ पुलिस थाने में क्वेरेंटीन सेंटर के असिस्टेंट डायरेक्टर की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
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नर्सों को कर रहे थे परेशान
इसके पहले गाजियाबाद के एमएमजी में भर्ती जमाती लगातार अस्पताल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे. शिकायत मिली थी कि ये लोग नर्सों के सामने ही कपड़े बदलने के लिए कपड़े खोल देते थे. अस्पताल के सीएमएस रविंद्र राणा ने बताया था कि तबलीगी जमात से जुड़े जो कोरोना संदिग्ध भर्ती किए गए थे, उनका व्यवहार बहुत गलत है. रविंद्र राणा ने बताया कि जमाती लगातार अश्लील अश्लील कर रहे थे. ये लोग अस्पताल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, नर्सों के सामने ही कपड़ा बदलने लगते थे और छोटी-छोटी बात पर हंगामा करते थे.
दिल्ली में जमातियों ने टेस्ट से किया था इनकार
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से निकाले गए लोग देश के विभिन्न राज्यों के अस्पतालों में भर्ती कराए गए थे. इनमें से बड़ी संख्या में दिल्ली और गाजियाबाद में भी जमात में शामिल होने वाले लोग भर्ती है. दिल्ली में इलाज करा रहे जमातियों ने टेस्ट कराने से इनकार किया था. इसके बाद दारुल उलूम फिरंगी महल लखनऊ ने एक फतवा जारी किया था, जिसमें इस्लाम को मानने वालों को कोरोना का टेस्ट कराने के लिए कहा गया है.
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