विश्वविख्यात शक्तिपीठ नैनादेवी मंदिर में 29 जुलाई से होगी सावन मेले की शुरुआत, दुल्हन की तरह सजा मंदिर
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विश्वविख्यात शक्तिपीठ नैनादेवी मंदिर में 29 जुलाई से होगी सावन मेले की शुरुआत, दुल्हन की तरह सजा मंदिर

Sawan: कोरोना काल के दो साल बाद विश्व प्रसिद्ध शक्ति पीठ चिंतपूर्णी मंदिर में सावन अष्टमी मेले की तैयारियां बड़े स्तर पर चल रही है. इस मेले का आयोजन 29 जुलाई से 6 अगस्त तक चलाया जाएगा.

विश्वविख्यात शक्तिपीठ नैनादेवी मंदिर में 29 जुलाई से होगी सावन मेले की शुरुआत, दुल्हन की तरह सजा मंदिर

विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थित विश्वविख्यात शक्तिपीठ नैनादेवी मंदिर में 29 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण अष्टमी मेले को लेकर माता रानी के दरबार में सजावट शुरू हो चुकी है. जिसके लिए पूरे चिंतपूर्णी बाजार में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इसे लेकर प्रशासन ने भी कमर कस ली है. 

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कोरोना काल के दो साल बाद विश्व प्रसिद्ध शक्ति पीठ चिंतपूर्णी मंदिर में सावन अष्टमी मेले की तैयारियां बड़े स्तर पर चल रही है. इस मेले का आयोजन 29 जुलाई से 6 अगस्त तक चलाया जाएगा. इसके लिए पंजाब से आई समाजसेवी संस्थाओं द्वारा रंग बिरंगे फूलों व लाइटों से दुल्हन की तरह  नैनादेवी मंदिर को सजाया जा रहा है. 

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बता दें,  बीते 14 सालों से इसी खूबसूरती के साथ माता रानी का दरबार  सजता आ रहा है. वहीं, सजावट का कार्य कर रहे कारीगरों द्वारा मंदिर को बहुत ही भव्य रूप से दिया जा रहा है. जिससे मंदिर की शोभा और भी बढ़ गई है. मंदिर में आने वाले श्रद्धालु भी माता रानी के दर्शन करने के साथ-साथ मंदिर में फोटो और सेल्फी खिंचवाने के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे हैं.

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गौरतलब है कि शक्तिपीठ मां नैनादेवी का मंदिर 52 पीठों में से एक है. जहां माता सती के नयन गिरे थे. वहीं, इस मंदिर में नैनादेवी माता के पिंडी रूप की पूजा अर्चना की जाती है और हर साल श्रावण अष्टमी मेले, गुप्त नवरात्रि, चैत्र व अश्विन नवरात्रों के दौरान पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां नैनादेवी के दरबार आते हैं और माता रानी के दर्शन कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं.

हालांकि, देश में कोविड के मामलों को देखते हुए श्रावण अष्टमी मेले के दौरान कोविड नियमों की पालना के साथ ही श्रद्धालुओं को माता रानी के दर्शन करवाये जाएंगे. इसपर अधिक जानकारी देते हुए नैनादेवी मंदिर के पुजारी दीपक भूषण ने बताया कि 29 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण अष्टमी मेला 10 दिनों तक चलेगा और उन्हें पूरी उम्मीद है कि मां नैनादेवी के दरबार में आने वाले भक्तों पर माता रानी अपना आशीर्वाद बनाए रखेंगी और पूरे विश्व में शांति व समृद्धि कायम रहेगी.

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