प्रशिक्षण ले रही महिला 'अग्निवीर' ने कर ली आत्महत्या, उठने लगे कई सवाल
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प्रशिक्षण ले रही महिला 'अग्निवीर' ने कर ली आत्महत्या, उठने लगे कई सवाल

अग्नीवीर का प्रशिक्षण ले रही एक महिला ने मुंबई में नौसेना छात्रावास में आत्महत्या कर ली. इस आत्महत्या से अग्नीवीरों पर कई सवाल उठ रहे हैं.

प्रशिक्षण ले रही महिला 'अग्निवीर' ने कर ली आत्महत्या, उठने लगे कई सवाल

भारतीय नौसेना में ‘अग्निवीर’ का प्रशिक्षण ले रही 20 साल की महिला ने मुंबई में ‘आईएनएस हमला’ में अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटककर कथित रूप से आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि केरल की रहने वाली यह महिला पश्चिमी उपनगर मलाड में मालवानी इलाके में आईएनएस हमला में प्रशिक्षण ले रही थी. उन्होंने बताया कि महिला ने सोमवार को सुबह अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटककर कथित रूप से आत्महत्या कर ली.

नहीं मिला सुसाइड नोट
अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और प्रतीत होता है कि महिला ने निजी कारणों से आत्महत्या की. उन्होंने बताया कि अपने शुरुआती प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद महिला पिछले 15 दिन से इस केंद्र में प्रशिक्षण ले रही थी. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामले में दुर्घटनावश मौत रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की है और आगे की जांच जारी है. 

क्या है अग्निवीर?
अग्निपथ स्कीम 2022 (Agnipath Scheme 2022) सेना में भर्ती के लिए वर्ष 2022 में शुरू की गई अल्पकालिक ‘अग्निपथ’ योजना के तहत सशस्त्र बलों में भर्ती किए गए सैनिक हैं. जब ये योजना शुरू की गई थी तो इस पर काफी बवाल मचा था. कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्म्र 17.5 से 23 साल तक हो, वह भारतीय सेना में सेवा देने के लिए 4 साल के लिए भर्ती हो सकता है. पहले साल सेना में युवाओं को 30 हजार रुपये महीने मिलेंगे. आखिरी साल तक ये वेतन 40 हजार रुपये हर माह हो जाएगा.

अग्निवीर की सुविधाएं
चार साल सेवा में काम करने के बाद 25 फीसद युवाओं को सेना में लिया जाएगा. उनको परमानेंट जॉब दी जाएगी. 4 साल की नौकरी के दौरान फौजियों की सैलरी से कुछ अमाउंट काट लिया जाएगा. इसमें सेना की तरफ से कुछ अमाउंट जोड़ा जाएगा. इसके बाद जब सैनिक 4 साल बाद अपनी जॉब छोड़ेंगे तब उन्हें 11,70,000 रुपये मिलेंगे. इसके साथ ही अग्नीवीरों को एक खास सर्टिफिकेट दिया जायेगा. इसके जरिए उन्हें कई दूसरी कंपनियों में जॉब मिल सकती है. 

योजना के मुताबिक अग्नीवीर का 48 लाख रुपयों का गैर-अंशदाई जीवन बीमा किया जाएगा. अगर सेवा के दौरान किसी अग्नीवीर की मौत हो जाती है तो उसके घर वालों को 44 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा भी कई सुविधाएं हैं.

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