Ardra Nakshatra Lord: छठे नक्षत्र का नाम है आर्द्रा. यह नाम आर्द्रता शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ है नमी या ह्यूमिडिटी. चमकीला हीरा या आंसू की बूंदों को आर्द्रा का प्रतीक माना जाता है. आर्द्रा नक्षत्र को आने वाले सुखद समय का संदेश वाहक समझा जाता है. भीषण गर्मी, लू और सूरज की तपिश के बाद वर्षा का समय सुखद सूचना वाला है. आर्द्रा नक्षत्र मिथुन राशि में होती है, इसलिए मिथुन राशि वालों का आर्द्रा नक्षत्र हो सकता है. 


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इस नक्षत्र के लोग भूतकाल को भूत यानी बीता हुआ मानकर ज्यादा याद नहीं रखते हैं, बल्कि हमेशा वर्तमान या भविष्य में रहते हैं. यह लोग अपने अनुभव दूसरों को बांटने में संकोच नहीं करते हैं, फिर भी यह अंतर्मुखी होते हैं. कई बार तो यह अपनी बात को मुखरता और स्पष्टता के साथ नहीं रख पाते हैं, जिससे इनको नुकसान उठाना पड़ जाता है.


आर्द्रा नक्षत्र के लोग अपने सलाहकार की बातों को तो बड़े ध्यान से सुनते हैं, किंतु उसका पालन कम ही करते हैं. इस स्वभाव के कारण इन्हें कई बार परेशानियों का भी सामना करना पड़ जाता है. वैसे इन्हें अपने गुणों पर अभिमान होता है, ऐसे में सलाह है की बहुत ईगो न पालें नहीं तो यह दुखदायी हो सकता है. यह क्रोध न करें तो भी लोगों को स्वभाव से अक्सर क्रोधी प्रतीत होते हैं.


उपाय


सुगंध फैलाने वाला एक शानदार वृक्ष होता है अगर. अगर के तने की छाल भोज पत्र के सामान पतली होती है इसलिए इसकी छाल का उपयोग एक लंबे अरसे तक भोजपत्र के रूप में धार्मिक पुस्तकों, साहित्य और इतिहास लिखने में किया गया. प्राचीन काल में इसे पेपर के स्थान पर इस्तेमाल किया जाता था. इसकी शाखाएं गरुड़ के पंखों के समान फैली हुई होती हैं, इसलिए इसे ईगल वुड भी कहा जाता है. इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले यदि अगर का वृक्ष लगाते हैं तो उनके नक्षत्र की पावर को बढ़ती है. 


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