Flute Vastu Remedy: बांसुरी का नाम सुनते ही मनमोहक धुन की कल्पना दिल और दिमाम में छाने लगती है. हो भी क्यों न, बांसुरी की धुन होती ही इतनी सुरीली है. बांसुरी को भगवान श्रीकृष्ण का प्रतीक माना जाता है. इसे देवताओं का प्रिय वाद्य बताया गया है. बांसुरी का इ्स्तेमाल केवल सुरीली धुन के लिए ही नहीं, बल्कि वास्तु दोष को दूर करने के लिए भी किया जाता है. वास्तु शास्त्र में बांसुरी को लेकर कई तरह के उपाय बताए गए हैं. इस वाद्य यंत्र से घर की निगेटिविटी दूर होती है और घर में खुशहाली और शांति का वास होने लगता है.


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करियर


हिंदू धर्म में बांस के वृक्ष को पवित्र माना गया ह. ऐसे में बांस से बनी बांसुरी को काफी पवित्र माना गया है. घर और कार्यस्थल में बांसुरी रखने से करियर से संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती है और ऑफिस में सहयोगियों के साथ मधुर संबंध स्थापित होते हैं.


कारोबार


भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर से लाई गई बांसुरी को ऑफिस, दुकान या कार्यस्थल में रखने से कारोबार में आ रही समस्या दूर होती है. बिजनेस में सफलता मिलने लगती है और घाटे में चल रहा व्यापार भी मुनाफा देने लगता है.


दांपत्य जीवन


दांपत्य जीवन में मधुर संबंध स्थापित करने के लिए बेडरूम की छत पर एक बांसुरी लटका लेनी चाहिए. इससे पति-पत्नी के बीच चल रहा मनमुटाव दूर होता है और संबधों में आई हुई दूरी दूर होती है और आपसी संबंध प्रगाढ़ होते हैं.


चिंता


घर में सुबह और सूर्यास्त के समय 5 से 10 मिनट बांसुरी बजाने से समृद्धि के द्वार खुलते हैं. वहीं, चिंता की समस्या को दूर करने के लिए जेब में चांदी की बनी छोटी सी बांसुरी रखनी चाहिए. हालांकि, ऐसा करते समय यह ध्यान रखें कि वह जेब में टूटे या मुडे़ नही.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)