Buri Nazar: ग्रहों के प्रभाव से लगती है नजर, इन से उपायों से दूर करें हर तरह की बुरी नजर
Evil Eye: किसी भी घर-परिवार या इंसान के लिए बुरी नजर काफी हानिकारक मानी जाती है. बुरी नजर से इंसान की जिंदगी तबाह हो जाती है. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते इन समस्याओं से बचने के लिए उपाय कर लिए जाएं.
Nazar Utarne ke Karan aur Upay: जहां तक ग्रहीय कारणों का सवाल है, जो लोग राहु, शनि और मंगल से प्रभावित रहते हैं, उनको जल्दी नजर लगती है. मेष और वृश्चिक राशि वालों को नजर तब अधिक लगती है, जब मंगल कुंडली में पीड़ित हो या फिर नीच का हो जाए. यदि मेष और वृश्चिक वालों का मंगल मजबूत होते हुए राहु और शनि के प्रभाव में है तो उनकी नजर दूसरों को लग जाती है. कर्क राशि वालों की कुंडली में यदि चंद्रमा कमजोर है या नीच का है तो उनको दूसरों की कुदृष्टि परेशान कर सकती है और यदि यही चंद्रमा का संबंध लाभ से हो जाए तो धंधे में घाटा होने लगता है.
नजर लगने के कारण
सिंह राशि के लोगों में सूर्य यदि कमजोर है तो जल्दी नजर लगती है. मिथुन और कन्या राशि के लोगों में बुध कमजोर है तो जल्द नजर लग जाती है. धनु और मीन राशि के लोगों में गुरु कमजोर होने पर नजर लगती है. वृषभ और तुला में भी गुरु के कमजोर होने पर नजर लगने की स्थिति बनती है. मकर और कुंभ में शनि के पीड़ित होने पर नजर जल्दी लगती है.
उपाय
नजर ज्यादा लगती हो तो सबसे अच्छा उपाय है घी का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करना. हनुमान चालीसा में लिखा है कि संकट कटे-मिटे सब पीरा जो सुमिरै हनुमत बलबीर. शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के कंधों से सिंदूर लाकर नजर लगे व्यक्ति के मस्तक पर लगाना चाहिए.
जो ज्यादा तारीफ करें या ऐसा प्रतीत हो कि अमुक व्यक्ति की दृष्टि ठीक नहीं है तो उस व्यक्ति का हाथ जिसे नजर लगी है, उसके सिर पर फिरवा दें. नजर उतर जाएगी और ईर्ष्या आशीर्वाद में बदल जाएगी. बच्चों में भी यही उपाय करना अच्छा रहता है.
यदि आपने कोई नया वाहन खरीदा है और आप इस बात से परेशान हैं कि वाहन में रोज कुछ न कुछ गड़बड़ी हो जाती है. यदि गड़बड़ी नहीं होती है और दुर्घटना में चोट-चपेट लग जाती है. बेकार में सही कराने में खर्च बढ़ने से अर्थव्यवस्था चौपट हो जाती है तो अपने वाहन पर काले रंग का धागा बांधने से आप इस बुरी नजर से बच सकेंगे.
नजर से बचने के लिए काला धागा पहनाने, काला टीका या काजल लगाने की परंपरा रही है. स्पष्ट है कि काला रंग नजर लगाने वाले की एकाग्रता को भंग कर देता है. तिलक लगाने और मंगलसूत्र पहनने के पीछे भी यही भावना है.
काजल या काला टीका या फिर काले धागे का वैज्ञानिक कारण भी है. विज्ञान भी यह मानता है कि काला रंग एनर्जी का रोकता है. जब बच्चे को काला टीका या काला धागा बांधा जाता है तो किसी भी प्रकार की निगेटिव एनर्जी उसको नुकसान नहीं पहुंचा पाती है, यानी नजर नहीं लगती है.
घर या व्यवसाय स्थल के प्रवेश द्वार पर मयूर का चित्र लगाने से नजर नहीं लगती है. बुरी नजर उतारने के लिए राई के सात दाने, साबुत नमक की सात छोटी-छोटी डली, सात साबुत लाल मिर्च नजर से पीड़ित के सिर के ऊपर से सात बार उतार कर जलती आग में डाल दें. इस क्रिया को करते समय किसी की टोक नहीं होनी चाहिए. ये समस्त कार्य बाएं हाथ से करने चाहिए. आग के लिए लकड़ी देसी आम की होनी चाहिए.
ऐसा नहीं है कि नजर का कॉन्सेप्ट केवल भारत में ही है. पश्चिमी देशों में नजर लगने की आशंका के चलते ‘टच वुड’ कहकर लकड़ी के फर्नीचर को छू लेते हैं. ऐसी मान्यता है कि उसे नजर नहीं लगती है.