Chanakya Niti pdf: आचार्य चाणक्‍य ने आदर्श जीवन जीने के लिए कुछ सूत्र दिए हैं. चाणक्‍य नीति में बताए गए ये सूत्र सफल, सुखी, सम्‍मानित जीवन जीने में बहुत काम आते हैं. ये बातें व्‍यक्ति के जीवन को सही दिशा में ले जाती हैं. लेकिन कुछ लोग इससे हटकर ऐसा जीवन जीते हैं कि उनमें और जानवर के जीवन में कोई खास अंतर नहीं रह जाता है. उनका जीवन धरती पर बोझ की तरह हो जाता है. इसलिए व्‍यक्ति को अपने कर्म, आदतों पर विशेष ध्‍यान देना चाहिए. आइए जानते हैं कि आचार्य चाणक्‍य के अनुसार हर व्‍यक्ति को अपने जीवन में कौनसे काम जरूर करने चाहिए, ताकि वह इंसान कहलाने के लायक रहे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हर इंसान को जरूर करना चाहिए ये काम 


शिक्षा: आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि हर व्‍यक्ति के जीवन में ज्ञान का महत्‍वपूर्ण स्‍थान होता है. ज्ञान से ही विवेक मिलता है और अच्‍छे-बुरे की समझ पैदा होती है. इसकी दम पर ही व्‍यक्ति अच्‍छे कर्म करता है और सम्‍मानित-सफल जीवन जी पाता है. इंसान के पास ही यह सुविधा है कि वह ज्ञान ले सकता है. इसलिए अपने जीवन में ज्‍यादा से ज्‍यादा ज्ञान जरूर लें. 
 
कर्म: यदि व्‍यक्ति कर्म ना करे तो वह धरती पर बोझ की तरह है. भगवान ने कर्म करने का सौभाग्‍य भी केवल इंसानों को ही दिया है. वह अपने कर्मों से ही अपना यह जीवन और अगले जन्‍म भी बेहतर बना सकता है. अपने कर्मों की दम पर ही वह खुद को अपने परिवार को सम्‍मान दिला सकता है. 


समाज के लिए योगदान: जो व्‍यक्ति समाज के लिए कुछ ना करे, उसके और जानवर के जीवन में कोई अंतर नहीं है. केवल अपना पेट भरने के लिए काम करना गलत है. अपना समय, धन सामाजिक काम में जरूर लगाएं. 


दान-धर्म: दान-धर्म करना, लोगों की मदद करना बहुत महत्‍वपूर्ण है. वरना जो व्‍यक्ति जरूरमंदों, असहायों का दुख देकर दुखी ना हो, उनकी मदद ना करे, वह इंसान नहीं है. उसका जीवन पशु के समान है. लिहाजा अपनी आय का एक हिस्‍सा दान-पुण्‍य में जरूर लगाएं. 


पुरुषों की तरह महिला नागा साधु भी रहती हैं निर्वस्‍त्र? केवल इस समय आती हैं दुनिया के सामने 


ये है नाखून काटने का सबसे शुभ दिन, अचानक मिलता है खूब सारा पैसा


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)