Gemology: धारण करते ही दिखाता है कमाल! इस ग्रह के अशुभ प्रभावों कर देता है शांत ,सोच-समझ कर धारण करें ये लोग
Gomed Ratan: रत्न शास्त्र के अनुसार हर ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए रत्नों के बारे में बताया गया है. ज्योतिष की सलाह से रत्न धारण करने से ग्रहों के शुभ प्रभावों को बढ़ाने और अशुभ प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है.
Rahu Ka Ratan Gomed: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मौजूद कुछ ग्रह शुभ तो कुछ अशुभ प्रभाव देते हैं. ऐसे में कमजोर ग्रह व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां उत्पन्न कर देता है. ऐसे में रत्न शास्त्र में कुछ ऐसे रत्नों के बारे में बताया गया है, जिन्हें पहनकर व्यक्ति ग्रहों की स्थिति को मजबूत कर पाता है और उसके अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं. ऐसे ही छाया ग्रह राहु के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए रत्न शास्त्र में गोमेद रत्न के बारे में बताया गया है. इसे सिलोनी गोमेद के नाम से भी जाना जाता है.
सिलोनी गोमेद रत्न को धारण करने से कुडंली में राहु के दुष्प्रभाव तो कम होते ही हैं. साथ ही, व्यक्ति की जीवनशैली में काफी हद तक कई बदलवा देखने को मिलते हैं. इतना ही नहीं, व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों से भी राहत मिलती है. लेकिन ज्योतिष शास्त्र में कुछ लोगों को ये रत्न धारण न करने की सलाह दी गई है. आइए जानें कौन से लोग गोमेद धारण न करें.
ये लोग भूलकर भी धारण न करें गोमेद
- रत्न शास्त्र के अनुसार ये राहु का रत्न माना जाता है. ये एक उपछाया ग्रह है और इस ग्रह का कोई अस्तित्व नहीं है. लेकिन राहु जिस नक्षत्र या ग्रह से जुड़ा होता है, उसे शुभ या अशुभ फल प्रदान करता है. कहते है कि गोमेद रत्न को धारण करने से कई ग्रहों की स्थिति मजबूत हो जाती है.
- रत्न ज्योतिष के अनुसार अगर किसी जातक की कुंडली में राहु छठे, आठवें और बाहरवें भाव में है, तो ज्योतिषी की सलाह से इसे धारण किया जा सकता है.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वे लोग भी गोमेद धारण करने से बचें जिन लोगों की कुंडली में राहु नीच या फिर अशुभ स्थान पर विराजमान होता है.
- रत्न शास्त्र के अनुसार अगर आपने पहले से ही कोई रत्न धारण किया हुआ है, तो गोमेद किसी ज्योतिष से सलाह करने के बाद ही धारण करें. बता दें कि ये रत्न मंगल का रत्न मूंगा और मोती के अलावा माणिक्य, पुखराज आदि के साथ दारण करने से व्यक्ति कई तरह की समस्याओं से घिर जाता है. और कई तरह की हानि का सामना करना पड़ता है.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गोमेद रत्न मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि के जातकों को भूलकर भी नहीं धारण करना चाहिए. अगर आप फिर भी इसे धारण करना चाहते हैं, तो एक बार किसी रत्न एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही इसे धारण करें. बिना किसी से सलाह लिए धारण करना आपकी मुश्किलें बढ़ा सकता है.
- ज्योतिष अनुसार अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु के साथ चंद्रमा और सूर्य ग्रह एक ही भाव में विराजमान हैं, तो ऐसे लोगों को गोमेद धारण करने से परहेज करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)