Guru Asta Effect On Zodiac Sign: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह कई चीजों का प्रतिनिधित्व करता है. गुरु ग्रह विवाह, संतान, भाग्य, धन, शिक्षा आदि का कारक ग्रह है. मान्यता है कि अगर किसी राशि के लिए गुरु का अस्त होना शुभ नहीं होता, तो उस दौरान व्यक्ति को शुभ और मांगलिक कार्य जैसे शादी, सगाई, नामकरण आदि जैसे कार्य नहीं करने चाहिए. बता दें कि 22 अप्रैल से गुरु मीन में गोचर कर जाएंगे.


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मीन राशि शांति, पवित्रता, अलगाव आदि चीजों का प्रतिनिधित्व करती है. वहीं, मेष राशि वालों का स्वभाव बिल्कुल विपरीत होता है. इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल है. ऐसे में गुरु के अस्त होने पर कुंभ और मीन राशि के जातकों को कुछ विशेष सावधानी का ध्यान रखना होगा.


गुरु अस्त का कुंभ पर प्रभाव


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के लिए गुरु दूसरे और 11 वें भाव के स्वामी माने जाते हैं. बता दें कि गुरु 28 मार्च को अस्त होने जा रहा है. गुरु मीन राशि के दूसरे और मेष के तीसरे भाव में अस्त होंगे. इस दौरान मीन में गुरु के अस्त होने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में किसी भी तरह के निवेश से खुद को बचाएं. किसी भी प्रकार के बड़े आर्थिक निर्णय से बचें. कुंभ राशि के जातक गुरुवार के दिन गुरु मंत्र और गायत्री एकाक्षरी बीज मंत्र 'ॐ बृं बृहस्पतये नम:' का जाप करें.


मीन राशि वालों पर गुरु अस्त का प्रभााव


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मीन राशि वालों के लिए बृहस्पति लग्न और 10 वें भाव के स्वामी हैं. गुरु लग्न भाव में और फिर मेष के दूसरे भाव में अस्त होंगे. ऐसे में मीन राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. सेहत को लेकर इस अवधि में खासतौर से सतर्क रहना होगा. खराब स्वास्थ्य कई रह की बाधाएं उत्पन्न कर सकता है. काम में बिजी होने के कारण परिवार को समय नहीं दे पाएंगे. इस दौरान बृहस्पति को मजबूत करने के लिए पीले रंग के वस्त्र धारण करें.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)