Sade Sati Dhaiyaa Upay Shaniwar: ज्‍योतिष के अनुसार शनि ने 30 साल बाद अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में गोचर किया है. 17 जनवरी 2023 को शनि के कुंभ में गोचर करते ही कुंभ और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई है. कुंभ राशि पर तो साढ़ेसाती का सबसे कष्‍टदायी माना जाने वाला दूसरा चरण शुरू हो गया है. इसके अलावा मीन राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण और मकर राशि पर साढ़ेसाती का तीसरा चरण शुरू हो गया है. साथ ही कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो गया है. इन जातकों के लिए कल यानी कि मौनी अमावस्‍या या शनि अमावस्‍या का दिन बेहद खास है. 


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शनिश्‍चरी अमावस्‍या पर कर लें उपाय 


शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए उपाय करने का सबसे अच्‍छा दिन शनिवार होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या जिसे मौनी अमावस्‍या कहते हैं, इस बार 21 जनवरी 2023, शनिवार को पड़ रही है. इसलिए यह मौनी अमावस्‍या, शनिश्चरी अमावस्या है. इसे शनि अमावस्‍या भी कहते हैं. ऐसे में इस शनिश्चरी अमावस्या को किए गए उपाय शनि देव की कृपा दिलाएंगे. आइए जानते हैं कि शनि अमावस्‍या के दिन शनि देव को कैसे प्रसन्‍न करें. 


ऐसे करें शनि देव को प्रसन्‍न 


शनि अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. इसके लकड़ी की चौकी पर काले रंग का कपड़ा बिछाएं. इस पर शनि देव की फोटो, शनि यंत्र और सुपारी स्थापित करके सरसों के तेल का दीपक जलाएं. फिर शनि देव को गुलाल, सिंदूर, कुमकुम, काजल लगाएं. नीले रंग के फूल अर्पित करें. शनि देव को सरसों के तेल में तली हुई पूड़ी और अन्य चीजों का भोग लगाएं. कम से कम 5, 7, 11 या 21 बार शनि मंत्र का जाप करें और शनि चालीसा का पाठ करें. अंत में शनि देव की आरती करें. ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के कारण होने वाले कष्‍टों से मुक्ति मिलती है. 


इसके अलावा हो सके तो शनिश्‍चरी अमावस्‍या के दिन पवित्र नदी में स्‍नान करें, जरूरतमंदों को दान करें. शनि देव की पूजा जरूर करें. इससे शनि देव प्रसन्‍न होकर कष्‍ट दूर करते हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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