भारत में इस समय नजर आएगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, जान लें बेहद जरूरी बात
Chandra Grahan 2023 Time in India: साल 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने में कुछ ही दिन बाकी हैं. यह साल 2023 का एकमात्र ग्रहण है जो भारत में दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा.
Last Lunar Eclipse 2023 October: ग्रहण के लिहाज से अक्टूबर महीना खास रहने वाला है. इस महीने 15 दिन के अंदर 2 ग्रहण लगेंगे. 14 अक्टूबर को अश्विन अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगने के बाद 18 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगेगा. यह चंद्र ग्रहण साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा. साथ ही यह साल का एकमात्र ग्रहण है जो भारत में नजर आएगा. इससे पहले अप्रैल और मई में लग चुके सूर्य ग्रहण-चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आए थे, जिससे इनका सूतक काल नहीं माना गया था. 28 अक्टूबर को लग रहा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा और इसका सूतक काल दोपहर बाद से ही शुरू हो जाएगा.
इस समय लगेगा भारत में चंद्र ग्रहण
साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 को लगा था और यह भारत में नजर नहीं आया था. साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि को लगेगा. जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं, तब चंद्र ग्रहण लगता है. इस साल 28 अक्टूबर की मध्यरात्रि को यह खगोलीय घटना होगी. भारतीय समयानुसार साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और 29 अक्टूबर की मध्यरात्रि 2 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगा. वहीं चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर की दोपहर 4 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगा.
कहां-कहां नजर आएगा चंद्र ग्रहण?
यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, हिंद महासागर, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका, दक्षिणी प्रशांत महासागर में दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण के दौरान ना करें ये काम
- चंद्र ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है. इसलिए इस दौरान गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें.
- ग्रहण के सूतक काल में कुछ भी खाने-पीने से बचें. हालांकि बुजुर्ग, बच्चे, बीमार और गर्भवती महिलाएं दूध, फल आदि का सेवन कर सकते हैं. साथ ही सभी खाद्य सामग्री, दूध, पानी आदि में तुलसी के पत्ते धोकर डाल दें. ताकि भोजन पर ग्रहण का नकारात्मक असर ना पड़े.
- चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद सबसे पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. फिर पूरे घर और मंदिर में गंगाजल का छिड़काव करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)