Remedies to Please Maa Lakshmi: यदि जीवन में अर्थ न हो तो अनर्थ सा हो जाता है. श्रीमद भागवत के एक श्लोक में धन के महत्व को बताते हुए यह भी कहा गया है कि धन से ही मनुष्यों में चोरी, हिंसा, झूठ, दंभ, काम, क्रोध, गर्व, मद, भेद, बुद्धि, बैर, अविश्वास, स्पर्धा, लंपटता, जुआ और शराब जैसे व्यसन आ जाते हैं. इसलिए कहा गया है कि जीवन यापन के लिए धन बहुत जरूरी है, लेकिन दो बातों का सदैव ध्यान रखना चाहिए. पहला इसे गलत रास्ता अपनाकर नहीं प्राप्त करना है और दूसरा 15 प्रकार के अनर्थों से दूर रहना है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उपाय 


- पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण की कथा करने या सुनने से आर्थिक संपन्नता आती है. 


- यदि गणपति की आराधना रवि पुष्य यानी रविवार को पुष्य नक्षत्र और गुरु  पुष्य अर्थात गुरुवार को पुष्य नक्षत्र अथवा सर्वार्थ सिद्धि योग में की जाए तो माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और पूजा करने वाले पर अपनी कृपा बरसाती हैं. 


- भगवान विष्णु के स्वरूप तिरुपति बालाजी की पूजा करने से भी धन की प्राप्ति होती है. 


- शुक्रवार के दिन देवी को खीर का भोग लगाएं और उनकी विधिवत पूजा करें. संभव हो तो किसी जरूरतमंद कन्या को वस्तु उपहार में दें. यह सब करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव आपके और परिवार के ऊपर बनी रहती है.


इन बातों का रखें ध्यान 


- रविवार को चंद्रमा हस्त नक्षत्र में तो धन वृद्धि का योग होता है, किंतु आप इस योग में कर्ज लेंगे तो धन की हानि होगी, इसलिए इस दिन कर्ज या कहीं से ऑनलाइन लोन लेने से बचना चाहिए.


- वहीं, सूर्य संक्रांति के पुण्य काल में लोन बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए. खासतौर पर सूर्य संक्रांति जिस समय भी लग रही हो उससे साढ़े छह घंटे पहले और साढ़े छह घंटे बाद तक किसी से भी कर्ज के रूप में धन नहीं चाहिए. हां किसी जरूरतमंद की मदद का अवसर मिले तो इस काम के लिए अवश्य ही आगे बढ़कर आना चाहिए. 


अपनी निःशुल्क कुंडली पाने के लिए यहाँ तुरंत क्लिक करें