Mahapadam Kaal Sarp Dosh Calculator: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में महापद्म कालसर्प योग होता है, उन्हें जीवन में पग-पग पर बाधा आती है. यह बाधाएं मानसिक और व्यावसायिक तीनों प्रकार की होती हैं, जिनमें फंसकर व्यक्ति परेशान हो जाता है और उससे निकलना मुश्किल होता है. महापद्म कालसर्प दोष तब किसी की कुंडली में बनता है, जब सारे ग्रह राहु और केतु के साथ एक ही रेखा में आ जाते हैं. राहु कुंडली के छठे भाव में रहता है और केतु बारहवें भाव में आ जाता है. 


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इस दोष से पीड़ित लोग प्रेम के मामले में दुर्भाग्यशाली होते हैं. यह प्रेम तो करते हैं, किंतु प्रेम में धोखा ही मिलता है. पत्नी से भी विछोह की स्थिति रहती है. कारोबारी गतिविधियों के चलते ज्यादातर घर से बाहर रहना होता है. यात्राएं अधिक करनी पड़ती हैं. इससे उसकी आमदनी तो अच्छी होती है, किंतु इस कारण घर में अशांति की स्थिति बनी रहती है. महापद्म दोष के चलते व्यक्ति का चरित्र संदेहजनक हो जाता है. गुप्त शत्रु निरंतर षड़यंत्र करते रहते हैं, जिससे परेशानी बनी रहती है. इन लोगों का बुढ़ापा काफी कठिन होता है. अनिद्रा की शिकायत हो जाती है. कई बार स्वास्थ्य के कारण अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते हैं. 


उपाय


- सावन के महीने में नित्य महादेव का जल से अभिषेक करना चाहिए.


- भोजन में मीठा चूरमा, मीठी रोटी, रेवड़ी, तिल के बने मीठे पदार्थ का सेवन करें.


- रात के समय पीपल के पेड़ के आगे घी का दीपक जलाकर रख दें. 


- गंगा या अन्य किसी पवित्र नदी में नाग नागिन की विधिपूर्वक पूजा कर दूध के साथ संगम में प्रवाहित करना चाहिए.


- मंगलवार और शनिवार को श्रद्धा के साथ रामचरित मानस के सुंदरकांड का पाठ करें.


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