Numerology News in Hindi: किसी भी व्यक्ति के मूलांक का प्रभाव उसके व्यक्तित्व पर तो पड़ता ही है, मूलांक का संबंध उसके स्वास्थ्य से भी होता है. यदि पहले ही बीमारी के बारे में पता हो तो संयमित जीवन जीकर उसे कुछ हद तक नियंत्रित भी किया जा सकता है. आइए जानते हैं किस मूलांक के लोगों को कौन से रोग होने की आशंका होती है और उसका निदान कैसे किया जा सकता है. किसी माह में जन्म की तारीख ही मूलांक होती है. यदि जन्म दहाई यानी 28 को हुआ है तो उनका मूलांक 2+8=10=1+0=1 होगा.    


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मूलांक 1 की जटिलताएं- हृदय विकार, आंतरिक अंगों में दर्द, दांत में दर्द या अन्य परेशानी, विजन प्रॉब्लम, वृद्धावस्था वाले लोगों को कम सुनाई पड़ना आदि समस्याएं हो सकती हैं. इस मूलांक के लोगों को सुबह जागने के बाद सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए. रविवार को सूर्यनारायण का व्रत करें और बिना नमक का भोजन ग्रहण करना चाहिए.   


मूलांक 2 की परेशानियां- इस मूलांक के लोगों को पाचन शक्ति कमजोर होना, मानसिक कमजोरी,  अनिद्रा, फेफड़ों से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं. इन लोगों को शिवजी की नित्य आराधना करनी चाहिए. मंदिर में जाकर जलाभिषेक करें.  


मूलांक 3 की बाधाएं- जोड़ों और हड्डियों का दर्द, गले में परेशानी, डायबिटीज, पेट में गैस्ट्रिक प्रॉब्लम, पीठ का दर्द आदि की समस्याएं आ सकती हैं इसलिए शुरु से ही अलर्ट रहें. इन्हें विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने के साथ ही पूर्णिमा और गुरुवार का व्रत रखना चाहिए.   


मूलांक 4 की विषमताएं- लो हीमोग्लोबिन यानी खून की कमी, सिरदर्द, पीठ दर्द, नेत्र रोग, टांग में चोट और अपच आदि रोग हो सकते हैं. इस मूलांक के लोगों को  गणेश जी की आराधना करनी चाहिए, गणेश चतुर्थी का व्रत करना भी लाभदायक हो सकता है.  


मूलांक 5 की चुनौतियां- सर्दी जुकाम, याददाश्त में कमी, आंखों में परेशानी, पाचन तंत्र की गड़बड़ी, हाथों में दर्द, कंधों की कठिनाई, सिर में दर्द और फालिज की समस्या हो सकती है. इन लोगों को भी गणपति की आराधना करनी चाहिए, वही रोगों से मुक्ति दिलाएंगे.   


मूलांक 6 की बाधाएं- आंतों से संबंधित परेशानियां, पेट में दर्द, गुर्दे की परेशानियां, ब्लड इंफेक्शन, स्किन की प्रॉब्लम हो सकती हैं. इन्हें शुक्रवार को व्रत रखने के साथ ही दुर्गा चालीसा का नित्य पाठ करना चाहिए. 


मूलांक 7 की परेशानियां- मूलांक 7 के लोगों में सिरदर्द, नेत्र विकार, अपच, गैस, पेट की समस्याएं, थायरॉयड, मेंटल टेंशन आदि की परेशानियां हो सकती हैं. इन लोगों शनिदेव की आराधना करने के साथ ही शनिवार का व्रत रखकर शनिदेव से निरोगी होने की प्रार्थना करनी चाहिए.   


मूलांक 8 की समस्याएं- थायरॉयड, हृदय विकार, आंतों की बीमारी, पेट की समस्याएं और पीठ का दर्द की शिकायत इस मूलांक के लोगों को होने की आशंका रहती है. इन लोगों को भी शनिवार का व्रत रखने के साथ ही  हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए.  


मूलांक 9 की बाधाएं- इस मूलांक के लोगों को बीपी, हृदय के रोग, पाइल्स, पेट की समस्याएं, सांस की परेशानी और मानसिक तनाव हो सकता है. इन्हें संकट मोचन हनुमान जी का मंगलवार को व्रत रखने के साथ ही नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. 


Astro Tips: ये मानसिक विकार इंसान की जिंदगी बना देते हैं नरक, इन उपायों से कर सकते हैं नियंत्रित
Constellations: मृदुभाषी होते हैं रोहिणी नक्षत्र के लोग, इस पौधे को गिफ्ट देने से मिलता है फायदा