Ratan Kab Dikhate Hain Asar: ज्योतिष शास्त्र में सभी 12 राशियों और उनसे संबंधित ग्रह का जिक्र किया गया है. कुंडली में इन 12 ग्रह में से किसी के भी अशुभ होने पर व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में रत्न शास्त्र में हर ग्रह से संबंधित एक रत्न के बारे में बताया गया है. मान्यता है कि रत्न धारण करने से व्यक्ति के जीवन में ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं. हालांकि, व्यक्ति को रत्न धारण करते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखाना चाहिए.  आइए जानते हैं रत्न धारण करते समय किन नियमों का पालन करना जरूरी है और कौन-सा रत्न कितने दिन में असर दिखाता है.


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मूंगा रत्न


रत्न ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह की शांति के लिए मूंगा रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. मूंगा 21 दिनों से लेकर 1 माह के बीच में असर दिखाता है. मंगल के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए मूंगा धारण किया जाता है.


माणिक रत्न


ये रत्न सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है. कहते हैं कि माणिक्य धारण करने के 15 दिन से 30 दिन के बीच असर दिखाता है.


हीरा रत्न


शुक्र ग्रह को मजबूत करने और शुभ प्रभावों के लिए हीरा रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. इस रत्न को धारण करने के 22 दिनों के बाद से ये प्रभाव दिखाना शुरू करता है. हीरा रत्न वृषभ, मिथुन, तुला, कन्या और मकर राशि वालों के लिए शुभ माना जाता है.


नीलम रत्न


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीलम रत्न शनि ग्रह से संबंधित होता है. अगर ये रत्न किसी को सूट कर जाता है तो रंक से राजा बनाने में देर नहीं लगती. नीलम धारण करने के दो से तीन दिन बाद ही प्रभान दिखाने लगता है. बता दें कि ये कुंभ और मकर राशि के जातकों के लिए काफी शुभ माना जाता है.


मोती रत्न


मोती रत्न को चंद्र ग्रह की शांति के लिए धारण किया जाता है. मोती धारण करने के कम  से कम 1 हफ्ते के अंदर ये व्यक्ति को असर दिखाने लगता है. मेष, कर्क, तुला और मीन राशि वालों को धारण करना शुभ फलदायी रहता है. मोती पहनने से पहले इसे रातभर दूध में रखना शुभ माना जाता है.   


पन्ना रत्न


बुध ग्रह पन्ना रत्न का प्रतिनिधित्व करता है.कहते हैं अगर पन्ना सही तरह से धारण किया जाए, तो 7 दिन बाद इसका शुभ प्रभाव दिखने लगता है. पन्ना रत्न मिथुन और कन्या राशि के जातकों के लिए उत्तम माना गया है.


पुखराज रत्न


ये रत्न बृहस्पति ग्रह का रत्न है. ये 15 दिनों बाद व्यक्ति पर अपना असर दिखाने लगता है. बता दें कि पुथराज मिथुन, कन्या और वृषभ राशि वालों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है.


लहसुनिया रत्न


रत्न ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लहसुनिया रत्न 1 माह में असर दिखाता है. ये रत्न तब धारण करने की सलाह दी जाती है, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में केतु ग्रह प्रबल होता है. केतु की शांति के लिए लहसुनिया रत्न धराण करें.


गोमेद रत्न


रत्न ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गोमेद रत्न 15 से 30 दिन में असर दिखाना शुरू करता है. ये वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए शुभ माना गया है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)