Navgrah Dosh Kese Door Karen: मेहनत के बाद फल नहीं मिलता. दिन-रात काम करते हैं, लेकिन सफलता हासिल नहीं होती. कमाई होती है तो बचत नहीं हो पाती. अक्सर इंसान इन चीजों के उधेड़बुन में फंसे रहता है, लेकिन वह समझ नहीं पाता है कि इनके पीछे ग्रह दोष भी वजह हो सकती है. किसी जातक की कुंडली में अगर ग्रह दोष हो तो उसके बनते काम बिगड़ने लगते हैं. लगातार असफलता हाथ लगने लगती है. घर में दरिद्रता छा जाती है और इंसान पाई-पाई के लिए मोहताज हो जाता है. ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे आसान उपाय बताए गए हैं, जिनको करने से ग्रह दोष से मुक्ति पाई जा सकती है. इनमें से एक उपाय स्नान यानी कि नहाने का भी है.  


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सूर्य 


किसी के कुंडली में अगर सूर्य का अशुभ प्रभाव है तो नहाते समय पानी में केसर, इलायची, देवदार की लकड़ी का चूर्ण, लाल फूल और मुलेठी मिलाएं. इस पानी से स्नान करने से सूर्य का अशुभ प्रभाव कम होता है.


मंगल


किसी इंसान के कुंडली में मंगल ग्रह का नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है तो इसके लिए भी नहाते समय उपाय किया जा सकता है. नहाने के पानी में लाल चंदन, बेल की छाल और गुड़ मिलाकर स्नान करने से काफी फायदा होता है.


बुध 


बुध ग्रह का लाभ पाने के लिए पानी में चावल, गोरोचन, मोती, विधारा और जायफल मिलाकर नहाना चाहिए. इससे लाभ होता है.


बृहस्पति


वहीं, बृहस्पति से शुभ फल की प्राप्ति के लिए पानी में पीली सरसों, हल्दी और चमेली का फूल मिलाकर नहाना चाहिए.


शुक्र


शुक्र ग्रह के लिए सफेद इलायची, केसर, सफेद चंदन और दूध मिले पानी से नहाना चाहिए.


शनि 


अगर शनि की सकारात्मक दृष्टि पाना चाहते हैं और उनके कोप से बचना चाहते हैं तो नहाने के पानी में काला तिल, सुरमा, लोबान, सौंफ, शमी की लकड़ी का चूर्ण मिलाकर स्नान करना चाहिए.


चंद्र


चंद्र ग्रह का शुभ प्रभाव नहीं मिल रहा है तो नहाने के पानी में पंचगव्य, श्वेत चंदन और सफेद फूल मिलाकर स्नान करें. इससे काफी फायदा मिलता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 


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