रुद्राक्ष पहनने से पहले जान लें ये बात, वरना फायदे की जगह हो जाएगा बड़ा नुकसान!
Benefits of Wearing Rudraksha: रुद्राक्ष को सनातन धर्म में बेहद पवित्र माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में भी रुद्राक्ष धारण करने के कई फायदे बताए गए हैं. यह कुंडली के दोष, जीवन के कष्ट दूर करता है.
Rudraksha Wearing Rules: धर्म-शास्त्रों में रुद्राक्ष को बहुत पवित्र और पूजनीय बताया गया है. मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है. इस कारण रुद्राक्ष को अलौकिक माना जाता है. रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं और इन सभी रुद्राक्ष के अलग-अलग महत्व हैं. अलग-अलग रुद्राक्ष धारण करने के अलग-अलग फायदे हैं. यदि रुद्राक्ष को सही विधि और नियम के अनुसार पहनना चाहिए इससे जातक तमाम कष्टों-ग्रह दोषों से निजात पा सकता है. वहीं रुद्राक्ष धारण करने में की गई गलती भारी नुकसान भी पहुंचा सकती है.
ऐसे उत्पन्न हुए थे रुद्राक्ष
पौराणिक कथाटों के अनुसार, जब माता सती ने अग्नि में प्रवेश करके अपनी देह का त्याग कर दिया था तब भगवान शिव के रुदन से निकले आंसू पृथ्वी पर कई जगह गिरे थे और उनसे ही रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई थी. रुद्राक्ष में चमत्कारिक शक्तियां होती हैं.
रुद्राक्ष पहनने के नियम
- माना जाता है कि रुद्राक्ष को रात में पहनकर नहीं सोना चाहिए. बेहतर होगा कि इसे रोज सुबह धारण करें और रात को यदि उसे निकालकर सो रहे हैं तो उसे पवित्र स्थान पर रखकर सोएं. जैसे-घर के मंदिर में. साथ ही सुबह जब रुद्राक्ष धारण करें और रात को जब उतारें तो रुद्राक्ष मंत्र और रुद्राक्ष मूल मंत्र का 9 बार जाप करें.
- रुद्राक्ष बेहद पवित्र होता है. लिहाजा रुद्राक्ष धारण करने के बाद मांस-मदिरा से दूरी बना लें. ऐसी तामसिक चीजों से दूर रहें, वरना शिव की नाराजगी जीवन में तांडव मचा सकती है.
- रुद्राक्ष पहनकर श्मशान घाट ना जाएं. इसके अलावा नवजात बच्चे के जन्म के समय सौर में भी रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए.
- रुद्राक्ष को कभी भी अपवित्र स्थिति में नहीं छूना चाहिए, जैसे-बिना स्नान किए रुदाक्ष नहीं छुएं.
- यदि आप इन नियमों का पालन नहीं कर सकते हैं तो बेहतर है कि रुद्राक्ष धारण करने की बजाय उसकी रोजाना पूजा करें.
- ना तो किसी का धारण किया हुआ रुद्राक्ष पहनें और ना ही अपना पहना हुआ रुद्राक्ष किसी को पहनने के लिए दें.
- रुद्राक्ष को कभी गंदा ना रखें. उसे समय-समय पर साफ करते रहें. साफ करने के बाद रुद्राक्ष को गंगाजल से धोएं. ताकि उसकी पवित्रता बनी रहे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)