Saturn Transit 2023: शनि देव इंसान को उनके अच्छे और बुरे कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं. वह अभी मकर राशि में संचरण कर रहे हैं. हालांकि, वह 10 दिन बाद दूसरे राशि में गोचर करेंगे. शनि 17 जनवरी 2023 को मकर राशि से निकलकर कुंभ में गोचर करेंगे. वह यहां साल 2025 तक रहेंगे. इससे कुछ राशि वालों की साढ़ेसाती और ढैय्या खत्म हो जाएगी तो कुछ की शुरू हो जाएगी. हालांकि, एक राशि ऐसी है, जिस पर साढ़ेसाती का सबसे खतरनाक कहा जाने वाला दूसरा चरण शुरू होगा. इससे इस राशि वालों को खूब कष्ठ भोगना पड़ेगा.   


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कुंभ राशि


शनि का कुंभ राशि में गोचर करने से इस राशि वालों पर साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा. साढ़ेसाती के दूसरे चरण को सबसे ज्‍यादा खतरनाक माना गया है. इस दौरान इंसान को मानसिक, आर्थिक, शारीरिक तौर पर कष्‍ट मिलता है.


एकाग्रता पर असर


कुंभ राशि की बात करें तो साढ़ेसाती के दूसरे चरण से एकाग्रता पर बुरा असर पड़ सकता है. परीक्षा-इंटरव्‍यू की तैयारी कर रहे जातक लक्ष्‍य से भटक सकते हैं. वैवाहिक जीवन में समस्‍याएं उत्पन्न हो सकती हैं. जीवनसाथी से मतभेद बढ़ सकते हैं, इससे रिश्‍ते पर बुरा असर पड़ सकता है. जो लोग अविवाहित हैं, उनको अभी विवाह के बंधन में बंधने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. इससे मानसिक समस्याएं जन्म ले सकती हैं. 


अशुभ स्थिति


हालांकि, शनि कुंभ राशि के ही स्‍वामी हैं, इसलिए उनके लिए यह समय उतना कष्‍टकारी नहीं रहेगा, बल्कि कुछ मामलों में लाभ भी मिलेगा. साढ़ेसाती या ढैय्या के दौरान उन लोगों को सबसे अधिक कष्ट देते हैं, जिनकी कुंडली में वह अशुभ स्थिति में होते हैं. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)