Durga Ashtami: इन 7 चीजों के बिना अधूरी है दुर्गा अष्टमी-नवमी की पूजा
Durga Ashtami Date: नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि का बड़ा महत्व है. इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना, हवन और कन्या-पूजन किया जाता है. लिहाजा कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखें.
Durga Ashtami 2023: साल में 4 बार नवरात्रि आती हैं और उसमें अश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहते हैं. इस समय शारदीय नवरात्रि चल रही हैं, जो 23 अक्टूबर तक चलेंगी. नवरात्रि के 9 दिनों में सबसे ज्यादा महत्व अष्टमी और नवमी तिथि का होता है. इन 2 दिनों में नवरात्रि पर्व अपने चरम पर रहता है, साथ ही बड़े-बड़े पांडालों में दुर्गा पूजा की जाती हैं. इस साल 22 अक्टूबर को अष्टमी और 23 अक्टूबर को नवमी तिथि है. इन दोनों तिथियों पर मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इसके अलावा नवरात्रि के इन आखिरी दिनों में हवन और कन्या पूजन भी किया जाता है. धर्म-शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि की पूजा में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है.
दुर्गा अष्टमी-नवमी पूजन सामग्री
धर्म-शास्त्रों के अनुसार, अष्टमी और नवमी को की जाने वाली विशेष दुर्गा पूजा में कुछ सामग्री का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है, तभी पूजा पूरी मानी जाती हैं. इन चीजों के बिना मां दुर्गा की पूजा अधूरी ही रहती है. आइए जानते हैं कि दुर्गा पूजा में किन चीजों को शामिल करना जरूरी होती है?
1. नवरात्रि के पहले दिन स्थापित किए गए कलश को अष्टमी और नवमी की पूजा में जरूर शामिल करें.
2. नवरात्रि की कलश स्थापना के दिन जो जौ बोई जाती है, उसका भी अष्टमी और नवमी की दुर्गा पूजा में जरूर इस्तेमाल करें. यह जौ मां दुर्गा को अर्पित करें.
3. दुर्गा पूजा में पंच पल्लव का बड़ा महत्व है. ये पंच पल्लव- आम, पीपल, गूलर, अशोक और वट के पत्ते होते हैं. कलश स्थापना में भी पंच पल्लव का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा अष्टमी-नवमी की पूजा में भी पंच पल्लव को शामिल करना अति शुभ माना जाता है.
4. नवरात्रि का समय मां दुर्गा को प्रसन्न करके उनसे अपार सुख-समृद्धि पाने का सुनहरा मौका होता है. यदि अष्टमी की पूजा में मां दुर्गा की प्रतिमा या मूर्ति के पास दुर्गा बीसा या श्रीयंत्र रखें तो जातक को धन-वैभव की प्राप्ति होती है.
5. नवरात्रि की अष्टमी-नवमी की पूजा में देवी दुर्गा को ध्वजा या पताका जरूर अर्पित करें. ऐसा करने से मातारानी खूब प्रसन्न होती हैं.
6. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा श्रृंगार का सामान और लाल चुनरी के बिना अधूरी है, लिहाजा पूजा में ये दोनों चीजें जरूर अर्पित करें.
7. दुर्गा पूजा या अष्टमी-नवमी से पहले घर के मुख्यद्वार पर अशोक के पत्तों का वंदनवार जरूर लगाएं. ऐसा करने से घर में बरकत रहती है. मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. ऐसे घर में कभी धन-समृद्धि की कमी नहीं रहती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)