Surya Dev Puja Tips: हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की पूजा के कुछ नियम बताए गए हैं. सभी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग पूजा विधि और नियम बताए गए हैं, इन नियमों के साथ पूजा करने से ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करने से वे प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. सूर्य देव की कृपा से भक्तों को समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. सूर्य के समान तेज  और सकारात्मक शक्ति की प्राप्ति होती है. 


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को नियमानुसार जल अर्पित करने से दोगुना फल की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के अनुसार जल अर्पित करने से बल, बुद्धि, ज्ञान, तेज और पराक्रम की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं जल अर्पित करते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. 


सूर्य देव की पूजा के फायदे


किसी जातक की कुंडली में सूर्य कमजोर होने पर उसे नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए. वहीं, अगर आपको कड़ी मेहनत और प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिल रही, तो नियमित सूर्य देव की पूजा करें और उन्हें जल अर्पित करना शुभ होता है.


इतना ही नहीं, सूर्य देव को जल का अर्घ्य देने से कष्टों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति का मन शांत रहता है. व्यक्ति ऊर्जावान रहता है. इतना ही  नहीं, व्यक्ति की बुद्धि में विकास होता है, अंहकार और क्रोध का नाश होता है. वहीं, घर में सुख-समृद्धि वास करती है. 


जल अर्घ्य देते समय रखें ध्यान


सूर्य देव को नियमानुसार जल अर्पित करने से दोगुना फल की प्राप्ति होती है. अर्घ्य हमेशा तांबे के लोटे में ही देना चाहिए. इसके साथ ही, जल में कुमकुम, फूल, अक्षत आदि डालना शुभ माना जाता है. अर्घ्य देते समय मुख पूर्व दिशा में रखें. ज्योतिष शास्त्र अनुसार जल अर्पित करते समय जूते-चप्पल नहीं पहनने चाहिए. कहते हैं कि जल अर्पित करते समय जल की धार में सूर्य देव की किरणों को देखना शुभ माना जाता है. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)