Rama and Shyama Tulsi Difference: तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है. तुलसी की रोज पूजा करने और जल चढ़ाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है, इसलिए मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां मां लक्ष्‍मी का वास होता है. तुलसी दो तरह की होती हैं. एक को रामा और दूसरे को श्यामा कहा जाता है. हालांकि, लोगों को अक्सर दुविधा रहती है कि आखिर घर में कौन सी तुलसी का पौधा लगाना चाहिए. इस लेख में तुलसी के दोनों रूपों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रामा तुलसी


रामा तुलसी के पत्ते हरे रंग के होते हैं और मीठे होते हैं. रामा तुलसी भगवान श्रीराम को बेहद प्रिय है. रामा तुलसी के पौधे को घर में लगाने से घर में सुख-शांति, संपत्ति आती है. इसे घर में लगाना बहुत शुभ माना जाता है. 


श्‍यामा तुलसी


श्‍यामा तुलसी को भी घर में लगाना बहुत शुभ होता है. इसका संबंध भगवान श्रीकृष्ण से होता है. श्यामा तुलसी के पत्ते काले या बैंगनी रंग के होते हैं. इसका काफी आयुर्वेदिक महत्व भी है. इस वजह से इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाओं में भी किया जाता है.


तुलसी के पौधे के नियम 


घर में तुलसी का पौधा लगाने के लिए गुरुवार यानी कि बृहस्पतिवार का दिन काफी शुभ माना गया है. तुलसी का पौधा पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. बालकनी या खिड़की के पास रख रहे हैं तो उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना सही रहेगा. घर में तुलसी के पौधों की संख्‍या एक, तीन या पांच रखें. तुलसी के पौधे के पास कभी भी गंदगी न रखें और न ही झाड़ू, पोंछा, कचरादानी रखें. तुलसी के पौधे को रोजाना जल चढ़ाएं और इसे सूखने न दें. 


अपनी निःशुल्क कुंडली पाने के लिए यहाँ तुरंत क्लिक करें


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)