Uttara Phalguni Nakshatra Horoscope: तारामंडल के बारहवें नक्षत्र का नाम है उत्तराफाल्गुनी. उत्तराफाल्गुनी का तात्पर्य है चारपाई, मंच, दीवान या तखत के पिछले दोनों पाए. विश्राम, ताजगी और ऊर्जा को पुनः प्राप्त करने का प्रयास उत्तराफाल्गुनी का गुण होता है. यह कार्य करते हुए थक भी जाएं तो कुछ देर विश्राम कर तरोताजा और ऊर्जावान हो जाते हैं. इस नक्षत्र के देवता हैं अर्यमा हैं, जो कि सूर्य के भाई हैं. अर्यमा को दया, करुणा, अनुग्रह, कृपा सहयोग देने वाला देवता माना गया है. यह नक्षत्र सिंह और कन्या राशि को जोड़ने वाला होता है, इसलिए जिन लोगों की सिंह राशि या कन्या राशि है उनका उत्तरा- फाल्गुनी नक्षत्र हो सकता है. 


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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे लोग प्रेमी, मिलनसार और सबको साथ लेकर चलने की क्षमता वाले होते हैं. यह किसी की तकलीफ को देखकर खुद ही दुखी हो जाते हैं और उसकी मदद के लिए तत्पर हो जाते हैं. यह मुसीबत के समय काम आने वाले होते हैं. इन विशेष गुणों के होने के कारण इनमें एक कमी आ जाती है कि यह अपना विरोध नहीं सुन पाते हैं. यदि इनके विरुद्ध में कहीं बात हो रही हो तो यह बहुत क्रोधित हो जाते हैं और क्रोध में असंतुलित होकर अनुमति प्रतिक्रिया भी दे देते हैं. 


अपने पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनाए रखने के लिए उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र वालों को अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए, साथ ही लव और केयर में अंतर समझना चाहिए. ऐसे लोगों को कभी भी किसी महिला को शत्रु नहीं बनाना चाहिए, अन्यथा लोक लाज की हानि हो सकती है. 


उपाय


इस नक्षत्र की वनस्पति पाकड़ है, जिसे पिलखन भी कहते हैं. इसका पौराणिक नाम प्लक्ष है और यह पूरे भारत में पाया जाता है. यह पेड़ पंचपल्व में शामिल है, जिसे गमले में नहीं, कहीं पार्क या मैदान में लगाना चाहिए. यह एक छायादार वृक्ष है. पेड़ लगाने के बाद उनकी सेवा करते हुए जल देना चाहिए. इसकी लकड़ी का भी बहुत प्रयोग होता है.