Car Buying Guide: बहुत से लोग ऐसा सोचते होंगे कि कार खरीदते समय ग्राहक सबसे पहले कार की कीमत और माइलेज के बारे में पूछते हैं. लेकिन भारत में अब तस्वीर बदलती जा रही है. भारतीय ग्राहक कार खरीदते समय इसकी सेफ्टी पर ध्यान देने लगे हैं. एक रिपोर्ट में सामने आया है कि कार खरीदने वाले लोग सबसे पहले सेफ्टी रेटिंग और एयरबैग्स की संख्या जानते हैं, उसके बाद ही खरीदने का फैसला लेते हैं. 


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स्कोडा ऑटो इंडिया और NIQ BASES ने मिलकर भारत में ग्राहकों के बीच निजी कार खरीदते समय शीर्ष प्राथमिकताओं को जानने के लिए किए एक सर्वे किया है. इसमें पता लगा है कि कार ग्राहकों की पहली प्राथमिकता सेफ्टी है. सर्वे से पता चला है कि 5 स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग और एयरबैग की संख्या ग्राहकों के कार खरीदने के फैसले को प्रभावित करने वाली टॉप 2 विशेषताओं में से एक है.


सर्वे में लगभग 47.6% उत्तरदाताओं ने कार में अन्य सुविधाओं की तुलना में सेफ्टी फीचर्स को प्राथमिकता दी. कार की क्रैश रेटिंग को 22.3% का महत्व स्कोर मिला, इसके बाद एयरबैग की संख्या को 21.6% का महत्व स्कोर मिला. तीसरा सबसे महत्वपूर्ण पैरामीटर जो ग्राहकों की कार खरीदने की प्राथमिकता निर्धारित करता है वह माइलेज है, जिसका महत्व स्कोर 15% है.


क्रैश रेटिंग की बात करें तो 5-स्टार रेटिंग के लिए 22.2% ग्राहक प्राथमिकता देखी गई, इसके बाद 4-स्टार रेटिंग के लिए 21.3% प्राथमिकता देखी गई. शून्य की क्रैश रेटिंग के लिए केवल 6.8% स्कोर आवंटित किया गया था. स्टडी से पता चला है कि लगभग 92% उत्तरदाता इस बात से सहमत थे कि भारत में सभी कारों को क्रैश रेटिंग के साथ आना चाहिए. यह सर्वेक्षण उन लोगों के बीच किया गया जिनके पास 5 लाख रुपये से ऊपर की कार है और जिनके पास फिलहाल कोई कार नहीं है लेकिन एक साल के भीतर 5 लाख रुपये से ऊपर की कार खरीदने की योजना है.