Ola Electric Scooter: ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की लॉन्चिंग ने भारत में मानो तहलका मचा दिया था. हर भारतीय इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को खरीदना चाहता था. इसके पीछे वजह थी स्कूटर का जोरदार डिजाइन, स्मार्ट फीचर्स, हाई रेंज और किफायती कीमत. हालांकि जब लोगों ने Ola इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को खरीदना शुरू किया तब कम्प्लेंट्स की लिस्ट बढ़ने लगी. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि वो कौन से कारण हैं जिनकी वजह से ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की पॉपुलैरिटी में कमी आई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1. क्वॉलिटी और परफॉर्मेंस में दिक्कत  


शुरुआती उपयोगकर्ताओं ने स्कूटर की बिल्ड क्वालिटी और सॉफ़्टवेयर से जुड़ी समस्याओं की शिकायत की. 
बैटरी की रेंज और चार्जिंग समय के वादों के अनुसार प्रदर्शन न कर पाना भी एक बड़ा मुद्दा रहा.


2. आफ्टर सर्विस में कमी


ओला ने पारंपरिक डीलरशिप मॉडल के बजाय डायरेक्ट-टू-कस्टमर मॉडल अपनाया.
सर्विस सेंटर और कस्टमर सपोर्ट की कमी के कारण ग्राहकों को परेशानी हुई.


3. प्रोडक्शन और डिलीवरी में देरी


शुरुआती मांग को पूरा करने के लिए प्रोडक्शन और डिलीवरी में देरी हुई.
इसने ग्राहकों के बीच ब्रांड की विश्वसनीयता को प्रभावित किया.


4. कम्पीटीशन का बढ़ना


अन्य कंपनियों जैसे एथर, टीवीएस, बजाज, और हीरो ने बेहतर फीचर्स और अधिक भरोसेमंद मॉडल्स पेश किए.
ग्राहकों के पास विकल्प बढ़ने से ओला की पकड़ कमज़ोर पड़ी.


5. मार्केटिंग हाइप और असलियत में फर्क 


ओला ने अपनी स्कूटर को लेकर बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन वास्तविकता में कई मामलों में यह उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी.


कैसे हो सकता है सुधार 


ओला को अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी  सुधारनी होगी और सर्विस नेटवर्क को मजबूत करना होगा. 
बेहतर बैटरी तकनीक और विश्वसनीयता बढ़ाने पर ध्यान देना होगा. 
ग्राहकों की फीडबैक को गंभीरता से लेकर उसे लागू करना जरूरी है.
अगर ये समस्याएं हल होती हैं, तो ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बार फिर से बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर सकता है.