हिंदी मीडियम स्टूडेंट ने नीट में मारी बाजी, देश के इस से टॉप संस्थन से किया MBBS, ऐसी रही प्रिंस चौधरी की सक्सेस जर्नी
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हिंदी मीडियम स्टूडेंट ने नीट में मारी बाजी, देश के इस से टॉप संस्थन से किया MBBS, ऐसी रही प्रिंस चौधरी की सक्सेस जर्नी

NEET Story: नीट यूजी की परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. आज हम आपको Prince Chaudhary की सक्सेस स्टोरी बताने रहे हैं, जिन्होंने हिंदी मीडियम से पढ़कर इस परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करके इतिहास रचा था...

हिंदी मीडियम स्टूडेंट ने नीट में मारी बाजी, देश के इस से टॉप संस्थन से किया MBBS, ऐसी रही प्रिंस चौधरी की सक्सेस जर्नी

Prince Chaudhary; NEET Topper Success Story: सफलता की कहानी में हम आपके लिए हर बार एक ऐसी स्टोरी लेकर आते हैं, जो किसी के भी अंदर कुछ बेहतर कर गुजरने का जज्बा पैदा कर दें. इसी क्रम में आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में खुद को साबित कर अपने नाम के झंडे गाड़े थे. 

हम बात कर रहे हैं प्रिंस चौधरी की, जिन्होंमे नेशनल एलिजिबिलटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) में बड़ी सफलता पाकर इतिहास रचा. नीट को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, जिसमें हर साल लाखों स्टूडेंट्स शामिल होते हैं, लेकिन कम ही लोगों को कामयाबी मिल पाती है. यह सफलता तब और बड़ी हो जाती है, जब इंग्लिश मीडियम में होने वाली इस परीक्षा में ग्रामीण इलाके से आने वाला एक हिंदी मीडियम का छात्र बाजी मार जाता है. 

5वीं रैंक के साथ हासिल की सफलता
 नीट यूजी पास करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में छात्र ने हिंदी मीडियम से स्कूलिंग की हो तो और मुश्किलें आती हैं. उन्होंने कोटा में रहकर नीट यूजी की तैयारी की. हालांकि, प्रिंस स्कूल और कोचिंग के बाद भी रोज 6 घंटे नीट यूजी के तैयारी के लिए निकालते थे. नोट्स बनाना,  रिवीजन और हर दिन तय किए गए सिलेबस को कंप्लीट करना यही उनका रूटीन था. इसी का नतीजा रहा कि साल 2018 में प्रिंस ने नीट यूजी की परीक्षा में न केवल कामयाबी पाई, बल्कि 5वीं रैंक हासिल की थी. उन्हें इस परीक्षा में 720 में से 686 अंक मिले थे. 

हिंदी मीडियम से की स्कूलिंग
प्रिंस चौधरी राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर के छोटे से कस्बे धोरीमना के रहने वाले हैं. प्रिंस के पिता रामाराम गांव में ही मेडिकल स्टोर चलाते हैं, जबकि प्रिंस की मां कमला देवी गृहिणी हैं. प्रिंस ने हिंदी मीडियम से पढ़ाई करके 10वीं में 94.17% अंक हासिल की हैं. इसके बाद 12वीं में भी पीछे नहीं रहे और 93.6% हासिल किए थे. इसके बाद नीट क्रैक किया और उन्होंने अपनी उपलब्धि से साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से हर सपना पूरा किया जा सकता है. 

एम्स से MBBS की पढ़ाई
प्रिंस का सपना था ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS), दिल्ली से पढ़ाई करने का, नीट यूजी में अच्छे रैंक लाने के बाद उन्होंने यहां से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की. प्रिंस ने यह दिखाया कि सीमित संसाधनों के बावजूद, सही दिशा में मेहनत करने से सफलता निश्चित है. 

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