Ford Chennai Plant Sale Deal: अमेरिका की कार बनाने वाली कंपनी फोर्ड ने भारत में 1995 में दस्तक दी थी. शुरुआत में इसने महिंद्रा एंड महिंद्रा के साथ साझेदारी की थी. हालांकि, जल्द ही वह इस साझेदारी से बाहर आ गई और अकेले काम करने लगी. इसने देशभर में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने से लेकर सेल्स और सर्विस सेंटर नटवर्क तैयार करने में अरबों अमेरिकी डॉलर निवेश किए किए. फिर 25 साल से ज्यादा का सफर तय करने के बाद कंपनी ने 2021 में भारत छोड़कर जाने का ऐलान कर दिया. यह भारत से जा चुकी है. लेकिन, क्या फोर्ड भारत से बाहर निकलने की अपनी रणनीति पर दोबारा विचार कर रही है? या यह भारत में में वापस लौटने की सोच रहा है?


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दरअसल, टीओआई ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट किया कि 'फोर्ड ने अपने चेन्नई प्लांट की बिक्री डील को रद्द कर दिया है. वह इसके लिए जेएसडब्ल्यू समूह से बातचीत कर रही थी. लेकिन, अब कंपनी ने इस बातचीत पर विराम लगा दिया है. इसके अलावा, कंपनी ने पहले महिंद्रा एंड महिंद्रा और ताइवानी इलेक्ट्रिक कार निर्माता विनफास्ट से भी चेन्नई फैक्ट्री की बिक्री की बातचीत शुरू की थी. लेकिन, सबको बंद कर दिया, जिससे लगता है कि यह अब भारत में रहना और विनिर्माण मौजूद रखना चाहती है.'


रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से आगे कहा गया, "अमेरिका में फोर्ड के मुख्यालय और जेएसडब्ल्यू समूह के बीच अचानक बातचीत बंद हो गई है. यह अचानक लिया गया निर्णय है. यह विनिर्माण के दृष्टिकोण से भारत में बने रहने की फोर्ड की इच्छा के कारण हो सकता है. वास्तव में, फोर्ड एक बार फिर भारत में कुछ कामों के लिए लोगों को नियुक्त करना चाह रहा है.'' 


रिपोर्ट के अनुसार, सूत्र ने आगे कहा,  "अभी तक इस मामले पर निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है. फोर्ड अभी भी मूल्यांकन कर रही है और वापस आने पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है."