5 लाख की कार हो या 5 करोड़ की, ये फीचर जरूर मिलेगा! जानें इसका सही इस्तेमाल
Headlight Levelling: कुछ फीचर्स ऐसे होते हैं, जो आमतौर पर सभी कारों में मिलते हैं फिर चाहे सस्ती कार हो या फिर महंगी. हालांकि, फीचर्स देने का तरीका बदल जाता है. उदाहरण के तौर पर बताएं तो हेडलाइट लेबलिंग एक ऐसा ही फीचर है.
Car Headlight Levelling Tips: कुछ फीचर्स ऐसे होते हैं, जो आमतौर पर सभी कारों में मिलते हैं फिर चाहे सस्ती कार हो या फिर महंगी. हालांकि, फीचर्स देने का तरीका बदल जाता है. उदाहरण के तौर पर बताएं तो हेडलाइट लेबलिंग एक ऐसा ही फीचर है. सस्ती कारों में मैनुअल हेडलाइट लेबलिंग मिलती है तो महंगी कारों में ऑटोमेटिक हेडलाइट लेबलिंग का फीचर आ जाता है. ज्यादातर सस्ती कारों में हेडलाइट लेबलिंग के लिए मैनुअल इलेक्ट्रिकल स्विच होता है, जिसमें चार लेवल- 0, 1, 2 और 3 होते हैं. यह स्विच वैसा ही होता है, जैसा आपने ऊपर तस्वीर में देखा है.
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हेडलाइट लेबलिंग फीचर को कैसे इस्तेमाल करना होता है? शायद नहीं जानते होंगे क्योंकि ज़्यादातर लोगों को इसके बारे में नहीं पता है. चलिए, बताते हैं. अगर कार में सिर्फ ड्राइवर बैठा है तो स्विच को जीरो पर रखें. अगर कार में ड्राइवर और साथ में फ्रंट पैसेंजर बैठा है तब भी इसे जीरो पर ही रखें. लेकिन, अगर कार में सभी सीटों पर पैसेंजर बैठे (ड्राइवर सहित) हैं तो इसे 1 पर सेट करें.
इसके अलावा, अगर कार में सभी सीटों पर पैसेंजर बैठे (ड्राइवर सहित) हैं और बूट में भी सामान (मैक्सिमम) भरा है तो हेडलाइट लेबलिंग स्विच को 2 पर कर देना चाहिए जबकि अगर कार में सिर्फ ड्राइवर हो और बूट में सामान (मैक्सिमम) भरा हुआ है तो स्विच को 3 पर सेट करना चाहिए.
बता दें कि हेडलाइट थ्रो को एडजस्ट करने के लिए हेडलाइट लेबलिंग की जाती है. दरअसल, जब कार में पैसेंजर बैठते हैं या बूट में सामान होता है तो कार आगे से थोड़ी ऊपर उठ जाती है, जिससे हेडलाइट का थ्रो बिगड़ जाता है. इसे एडजस्ट करके सही करने के लिए हेडलाइट लेबलिंग की जाती है.
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