Petrol-Diesel Car Conversion Into EV: जरा सोच कर देखिए कि आज तक आप जिस कार को पेट्रोल या डीजल पर चलाते आए हैं, वह अब इलेक्ट्रिक बन जाए तो कैसा रहेगा? कार को चलाने का खर्च बहुत कम हो जाएगा क्योंकि पेट्रोल और डीजल की कीमतें काफी बढ़ चुकी है और इलेक्ट्रिक कारों को चलाने का खर्च इनके मुकाबले बहुत कम होता है. लेकिन, क्या ऐसा हो सकता है कि पुरानी पेट्रोल और डीजल की कार को इलेक्ट्रिक कार बनाया जा सके? जी हां, ऐसा हो सकता है और हो रहा है.


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मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक कार काफी महंगी हैं. ऐसे में अगर आपका बजट इलेक्ट्रिक कार खरीदने का नहीं है, तो आप अपनी पुरानी पेट्रोल/डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट करा सकते हैं. बाजार में ऐसी कई कंपनियां हैं, जो इस काम को कर रही हैं. यह कंपनियां आपकी पुरानी रेगुलर कार को इलेक्ट्रिक कार में कंवर्ट करने के साथ ही साथ वारंटी भी देती हैं. उहादरण के तौर पर ईट्रायो (etrio) और नॉर्थवेएमएस (northwayms) को ले लीजिए. यह दोनों कंपनियां फिलहाल इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां हैं.


कंवर्जन में कितना खर्च आता है?


आप अपनी वैगनआर, ऑल्टो, डिजायर, आई10 सहित किसी भी पेट्रोल या डीजल कार इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट करा सकते हैं. ये कंपनियां पेट्रोल या डीजल इंजन की जगह इलेक्ट्रिक मोटर और उसे चलाने के लिए बैटरी इंस्टॉल करती हैं. कार में कुछ अन्य ईवी स्पेसिफिक बदलाव भी किए जाते हैं. कंवर्जन का खर्च निर्भर करता है कि कार में कितनी पावर का मोटर और बैटरी लगी है. इन दोनों से ही पावर और रेंज तय होती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 20 किलोवॉट की इलेक्ट्रिक मोटर और 12 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी के साथ कार कंवर्जन का खर्च लगभग 4 लाख रुपये तक आता है.


कितनी रेंज मिलेगी?


कार की रेंज डिपेंड करती है कि उसमें कितने किलोवॉट की बैटरी लगाई गई है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अगर कंवर्जन के दौरान 12 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी लगात हैं, तो यह फुल चार्ज पर लगभग 70 किमी की रेंज दे सकती है जबकि 22 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी 150 किमी तक की रेंज ऑफर कर सकती है. हालांकि, यह कार से जुड़ अन्य फैक्टर्स से भी इफेक्ट होती है.


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