इन देसी गाड़ियों के आगे फेल हो जाती BMW और ऑडी जैसी कारें, भारत में नहीं था इनका कोई तोड़
Made in India Cars: भारत की सड़कों पर कई देसी ब्रांड्स की गाड़ियां अपने समय में बेहद लोकप्रिय रही हैं. इन गाड़ियों ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को पहचान दी और लोगों के दिलों में खास जगह बनाई
Made in India Cars: भारत की सड़कों पर कई देसी ब्रांड्स की गाड़ियां अपने समय में बेहद लोकप्रिय रही हैं. इन गाड़ियों ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को पहचान दी और लोगों के दिलों में खास जगह बनाई. आइए जानते हैं उन गाड़ियों के बारे में जिन्होंने एक समय में भारतीय सड़कों पर राज किया:
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हिंदुस्तान एम्बेसडर:
एम्बेसडर भारतीय ऑटोमोबाइल इतिहास की सबसे आइकॉनिक कारों में से एक थी. इसे भारतीय राजनीति और सरकारी अधिकारियों की कार के रूप में जाना जाता था. 1958 से लेकर 2014 तक इसका उत्पादन हुआ, और इसकी मजबूत बॉडी और आरामदायक सवारी ने इसे लोगों की पहली पसंद बना दिया था.
प्रेमियर पद्मिनी:
1970 और 80 के दशक में, प्रेमियर पद्मिनी भारतीय मध्यम वर्ग की पसंदीदा कार थी. इसकी स्टाइलिश डिज़ाइन और कुशल प्रदर्शन के कारण इसे लोग कभी नहीं भूल पाए। यह कार खासकर मुंबई की सड़कों पर बहुत दिखती थी.
मारुति 800:
1983 में लॉन्च की गई मारुति 800 ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में क्रांति ला दी. इसकी किफायती कीमत और ईंधन दक्षता ने इसे मध्यम वर्गीय भारतीयों की पहली कार बना दिया. यह भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक रही है.
महिंद्रा जीप:
महिंद्रा जीप ने भारतीय ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में अपने दमदार प्रदर्शन के लिए खासी पहचान बनाई. इसका उपयोग सेना, पुलिस, और किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर किया गया.
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टाटा इंडिका:
टाटा इंडिका को 1998 में लॉन्च किया गया और यह भारत की पहली संपूर्ण रूप से देसी कार थी. इसका विशाल इंटीरियर और बेहतर माइलेज ने इसे भारतीय उपभोक्ताओं के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया.
इन कारों ने न सिर्फ भारतीय सड़कों पर बल्कि लोगों के दिलों में भी अपनी खास जगह बनाई है, और जिन लोगों ने इन गाड़ियों को चलाया, वे इन्हें कभी नहीं भूल सकते.