Automatic या Manual कौन से गियरबॉक्स वाली गाड़ी होती है बेस्ट? खरीदने से पहले यहां समझना है जरूरी
Advertisement
trendingNow12415737

Automatic या Manual कौन से गियरबॉक्स वाली गाड़ी होती है बेस्ट? खरीदने से पहले यहां समझना है जरूरी

Automatic Vs Manual Car Transmission: अगर आप ऑटोमैटिक या मैनुअल कारों का फर्क जाने और समझे बगैर किसी भी ट्रांसमिशन वाली कार खरीद लेते हैं तो इसकी वजह से आपको आगे चलकर परेशानी हो सकती है. 

Automatic या Manual कौन से गियरबॉक्स वाली गाड़ी होती है बेस्ट? खरीदने से पहले यहां समझना है जरूरी

Automatic Vs Manual Car Transmission: कार खरीदने से पहले लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि आखिर ऑटोमैटिक कार खरीदी जाए या फिर मैनुअल कार, दरअसल दोनों कारों में ज्यादा कुछ फर्क नहीं है लेकिन इनका ट्रांसमिशन अलग होता है. अगर आप दोनों का फर्क जाने और समझे बगैर किसी भी ट्रांसमिशन वाली कार खरीद लेते हैं तो इसकी वजह से आपको आगे चलकर परेशानी हो सकती है. अगर आप ये नहीं चाहते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दोनों ट्रांसमिशन में आखिर फर्क क्या होता है. 

यह भी पढ़ें: कार के इंश्योरेंस में ये चीजें नहीं होती हैं कवर, गाड़ी डैमेज होने पर मालिक को खुद भरना पड़ता है पैसा

मैनुअल ट्रांसमिशन (Manual Transmission) के फायदे:

कम कीमत: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों की तुलना में मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारें सस्ती होती हैं.
अधिक फ्यूल एफीशिएंसी: मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारें आमतौर पर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों की तुलना में अधिक ईंधन कुशल होती हैं.
अधिक नियंत्रण: मैनुअल ट्रांसमिशन आपको कार पर अधिक नियंत्रण देता है, खासकर मुश्किल सड़कों या ट्रैफिक में.
मज़ेदार ड्राइविंग एक्सपीरियंस: कुछ लोगों को मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार चलाना ज़्यादा मज़ेदार लगता है.
कम रखरखाव: मैनुअल ट्रांसमिशन में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की तुलना में कम जटिल पुर्जे होते हैं, जिससे उनकी मरम्मत और रखरखाव सस्ता होता है.

मैनुअल ट्रांसमिशन (Manual Transmission) के नुकसान:

ड्राइविंग में ज़्यादा मेहनत: भारी ट्रैफिक या पहाड़ी इलाकों में गाड़ी चलाते समय मैनुअल ट्रांसमिशन थकाऊ हो सकता है, क्योंकि आपको बार-बार क्लच और गियर बदलना पड़ता है.
शुरुआती लोगों के लिए मुश्किल: मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार चलाना सीखना मुश्किल हो सकता है, खासकर अगर आपने पहले कभी ऐसा नहीं किया है.
फिर से बेचना मुश्किल: भारत में, ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं, इसलिए मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार को बेचना मुश्किल हो सकता है.

ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (Automatic Transmission) के फायदे:

आरामदायक ड्राइविंग: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन ड्राइविंग को आसान और अधिक आरामदायक बनाता है, खासकर भारी ट्रैफिक या पहाड़ी इलाकों में.
कम थकान: चूंकि आपको क्लच और गियर बदलने की ज़रूरत नहीं है, इसलिए ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन ड्राइविंग कम थकाऊ होती है.
आसान ड्राइविंग: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार चलाना सीखना आसान होता है, खासकर शुरुआती लोगों के लिए.
अधिक लोकप्रिय: भारत में, ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं, इसलिए इन्हें बेचना आसान हो सकता है.

यह भी पढ़ें: अगर फुल पर AC चलाया जाए तो 1 घंटे में आपकी कार कितना पेट्रोल पी जाएगी? अभी तक नहीं जानते होंगे खपत

ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (Automatic Transmission) के नुकसान:

अधिक कीमत: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों की तुलना में अधिक महंगी होती हैं.
कम फ्यूल एफीशिएंसी: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें आमतौर पर मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों की तुलना में कम ईंधन कुशल होती हैं.
कम नियंत्रण: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन आपको कार पर कम नियंत्रण देता है, खासकर मुश्किल सड़कों या ट्रैफिक में.
अधिक रखरखाव: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में मैनुअल ट्रांसमिशन की तुलना में अधिक जटिल पुर्जे होते हैं, जिससे उनकी मरम्मत और रखरखाव अधिक महंगा होता है.

निष्कर्ष:

आपके लिए कौन सी कार बेहतर है, यह आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है.

Trending news