सिर्फ ग्राहकों का दिल रखने के लिए लॉन्च की गई Mahindra Scorpio Classic! ये बेसिक फीचर्स तो दिए ही नहीं
Mahindra Scorpio Classic: महिंद्रा के लिए स्कॉर्पियो एक सफल प्रोडक्ट रही है. इसलिए, अब कंपनी ने स्कॉर्पियो-एन लॉन्च करने के बाद भी पुरानी स्कॉर्पियो को स्कॉर्पियो क्लासिक के रूप में रीब्रांड करके पेश किया गया है. इसे 20 अगस्त को लॉन्च किया जाएगा. इसमें कई बदलाव देखने को मिले हैं.
Top Things About Mahindra Scorpio Classic: महिंद्रा के लिए स्कॉर्पियो एक सफल प्रोडक्ट रही है. इसलिए, अब कंपनी ने स्कॉर्पियो-एन लॉन्च करने के बाद भी पुरानी स्कॉर्पियो को स्कॉर्पियो क्लासिक के रूप में रीब्रांड करके पेश किया गया है. इसे 20 अगस्त को लॉन्च किया जाएगा. इसमें कई बदलाव देखने को मिले हैं. कंपनी ने पहले के मुकाबले इसे ज्यादा फीचर लोडेड बनाने की कोशिश तो की है लेकिन काफी फीचर्स को छोड़ दिया गया है, जिसमें 4-व्हील ड्राइव सिस्टम और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन भी शामिल हैं. SUV दो ट्रिम्स- एंट्री-लेवल S और फुली लोडेड S11 में उपलब्ध होगी. चलिए, स्कॉर्पियो क्लासिक पर करीब से नजर डालते हैं और आपको बताते हैं कि इसमें क्या कुछ मिलने वाला है और क्या नहीं.
1- Mahindra Scorpio Classic का इंजन
स्कॉर्पियो क्लासिक का सबसे बड़ा अपडेट इंजन है. महिंद्रा ने इसमें नया 2.2 mHawk पावरट्रेन दिया है. यह नई थार और एंट्री-लेवल स्कॉर्पियो-एन की तरह 130bhp और 300Nm आउटपुट देगा. अधिकांश बीएस 6 इंजनों की तरह, नए एमहॉक का आउटपुट पुराने इंजन की तुलना में कम है. यह 6बीएचपी और 20एनएम कम जनरेट करता है. महिंद्रा के अनुसार, क्लासिक पुराने मॉडल की तुलना में 55 किलोग्राम हल्की है. ऐसा नए ऑल-एल्युमीनियम इंजन की बदौलत संभव हुआ है.
हालांकि, यह इंजन पुराने की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक फ्यूल एफिशिएंसी दे सकता है. 2.2mHawk पावरट्रेन को 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन से जोड़ा गया है, जो केबल शिफ्ट के साथ आता है. इससे गियर बदलने का आसान अनुभव मिलेगा. इसके शिफ्ट थ्रो कम होती है.
2- Mahindra Scorpio Classic का बोल्ड लुक
महिंद्रा ने स्कॉर्पियो क्लासिक को और ज्यादा बोल्डर लुक देने की कोशिश की है. इसमें ऑल-ब्लैक फ्रंट नोज़ और छह क्रोम-फिनिश्ड वर्टिकल स्लैट्स वाली ग्रिल दी गई है. महिंद्रा का नया 'ट्विन पीक्स' लोगो भी दिया गया है. इसके अलावा, सिल्वर स्किप प्लेट दी गई है. बोनट पर एयर इनटेक स्कूप दिया गया है, हालांकि यह सिर्फ शो के लिए दिया गया है. इसमें 17-इंच के व्हील्स मिलते हैं. टॉप वेरिएंट में डुअल-टोन अलॉय व्हील्स मिलते हैं.
इसके साइड में महिंद्रा ने पिछे की ओर टावर लाइट्स को रिटेन किया है, जो 2007 मॉडल में भी थीं. SUV में ट्विन पॉड प्रोजेक्टर हेडलाइट्स बरकरार हैं लेकिन बम्पर पर फॉग लैंप्स के ठीक ऊपर नए LED DRLs हैं. स्कॉर्पियो क्लासिक पांच कलर ऑप्शन- पर्ल व्हाइट, नेपोली ब्लैक, रेड रेज, डी'सैट स्लिवर और एक नई पेंट स्कीम गैलेक्सी ग्रे में उपलब्ध होगी.
3- Mahindra Scorpio Classic का अपडेटेड इंटीरियर
स्कॉर्पियो क्लासिक केबिन को ब्लैक और बेज कॉम्बिनेशन थीम दी गई है, जिससे यह ज्यादा बड़ा और हवादार लगता है. पहले की तुलना में इसे ज्यादा प्रीमियमनेस देने की कोशिश नजर आएगी. डैशबोर्ड में वुडन पैनल दिए गए हैं. इसमें 16GB इंटरनल स्टोरेज, फोन स्क्रीन मिररिंग और वॉयस कमांड फीचर के साथ बड़ा एंड्रॉइड-बेस्ड 9-इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम भी दिया गया है.
स्कॉर्पियो क्लासिक में बैठने के कई विकल्प उपलब्ध हैं. S ट्रिम 7 और 9 सीट ऑप्शन के साथ उपलब्ध है, जिसमें तीसरी पंक्ति में आमने-सामने वाली सीटें मिलती हैं. दूसरी ओर, S11 में 7-सीटर ऑप्शन है. हालांकि, इसकी दूसरी रो में कैप्टन सीटें मिल जाती हैं.
4- Mahindra Scorpio Classic में छूट गए कई फीचर्स
हालांकि, स्कॉर्पियो क्लासिक काफी लोडेड एसयूवी है लेकिन इसमें बहुत से फीचर्स को छोड़ दिया गया है. क्लासिक में ऑटो हेडलैंप, रेन सेंसिंग वाइपर, इंटरमिटेंट विंडस्क्रीन वाइपर कंट्रोलर या टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर्स नहीं मिलते हैं. इसके अलावा, नए इंफोटेनमेंट सिस्टम में Android Auto और Apple CarPlay भी नहीं मिलता है. एसयूवी में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन या 4WD भी नहीं मिलता है. जबकि, एंड्रॉइड ऑटो प्ले, एप्पल कार प्ले और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन को इन दिनों बजट कारों में भी मिल जाते हैं.
5- क्या स्कॉर्पियो-एन बेचने के लिए दिए गए लिमिटेड फीचर्स?
जो भी फीचर्स महिंद्रा ने इसमें छोड़े हैं, लगभग-लगभग वह सभी स्कॉर्पियो-एन में मिल जाते हैं. स्कॉर्पियो-एन को कंपनी ने 27 जून को लॉन्च किया था, जिसे ग्राहकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. लेकिन, महिंद्रा ने साथ में ही पुरानी स्कॉर्पियो को भी बेचते रहने का फैसला किया है. ऐसे में अगर कंपनी स्कॉर्पियो-एन और स्कॉर्पियो क्लासिक के फीचर्स में ज्यादा समानताएं रखती तो ग्राहकों में कंफ्यूजन ज्यादा हो सकता था क्योंकि फिर एक तरफ 20 साल की स्कॉर्पियो ब्रांड वैल्यू होती और दूसरी तरफ स्कॉर्पियो-एन का अग्रेसिव लुक, डिजाइन और समान फीचर्स होते.
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