Most Affordable Automatic Cars: शहरों में या फिर भीड़भाड़ वाले इलाकों में चलाने के लिए ऑटोमेटिक कारें ज्यादा बेहतर होती है क्योंकि इन्हें चलाना मैनुअल कारों के मुकाबले आसान होता है. हालांकि, यह बात भी गौर करने वाली है कि मैनुअल कारों के मुकाबले ऑटोमैटिक कारें ज्यादा महंगी होती हैं. इनके लिए आपको कम से कम 50-60 हजार रुपये ज्यादा (बजट कारों में) खर्च करने पड़ते हैं. लेकिन, मान लीजिए आपका बजट कम है और आपको कोई सस्ती ऑटोमैटिक कार खरीदनी है, तो बाजार में इसके भी ऑप्शन मौजूद हैं. चलिए, देश की 5 सबसे सस्ती ऑटोमेटिक कारों के बारे में बताते हैं.


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मारुति सुजुकी ऑल्टो के10
यह भारत की सबसे सस्ती ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार है. इसमें 1.0-लीटर NA पेट्रोल इंजन (65.7बीएचपी और 89एनएम) के साथ 5-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक (AGS) गियरबॉक्स का ऑप्शन आता है. इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट की कीमत 5.59 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है.


मारुति सुजुकी एस-प्रेसो
इसके मैकेनिकल ऑल्टो K10 जैसे ही हैं. इसमें 5-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक (AGS) गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है. इसमें भी 1.0-लीटर NA पेट्रोल इंजन है. इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट की कीमत 5.76 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है.


रेनो क्विड
इसके 1.0-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिल जाता है. इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट की कीमत 6.12 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू है. यह एक एंट्री लेवल हैचबैक कार है.


मारुति सुजुकी वैगनआर
यह एक किफायती कार है, जिसमें दो इंजन ऑप्शन- 1.0-लीटर और 1.2-लीटर मिलते है. इसमें 5-स्पीड एमटी और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन है. इसके ऑटोमेटिक वेरिएंट की कीमत 6.55 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है.


टाटा टियागो
यह टाटा की सबसे किफायती पेशकश है. इसके 1.2-लीटर NA पेट्रोल इंजन (84बीएचपी और 113एनएम) में 5-स्पीड एमटी और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन आता है. इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट की कीमत 6.92 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है.


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