Car Tyre Tips: ज्यादातर कार ओनर्स सिर्फ टायर फटने पर ही नया टायर अपनी कार में लगवाते हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है. दरअसल कार के टायर्स की एक उम्र होती है और उसकी उम्र से ज्यादा इस्तेमाल करने पर कार का टायर काफी खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि आपकी कार एक्सीडेंट का शिकार हो सकती है. अगर आप इस बारे में अब तक अनजान हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कब तक कार के टायर्स को इस्तेमाल किया जा सकता है. 


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1. साल के हिसाब से:


भले ही टायर का ट्रैड (Tread) सही दिखे, लेकिन रबर की गुणवत्ता समय के साथ खराब हो जाती है. इसे 5-6 साल के उपयोग के बाद बदल देना चाहिए. कुछ निर्माता सलाह देते हैं कि 10 साल से ज्यादा पुराने टायर को हर हाल में बदल देना चाहिए, चाहे उसका उपयोग कम ही क्यों न हुआ हो.


2. माइलेज के हिसाब से:


आमतौर पर टायर 40,000 से 60,000 किलोमीटर तक चल सकते हैं. यदि आप नियमित लंबी दूरी तय करते हैं या खराब सड़कों पर ज्यादा ड्राइव करते हैं, तो टायर जल्दी खराब हो सकते हैं.


3. टायर की स्थिति की जाँच:


टायर के ट्रैड की गहराई कम से कम 1.6 मिमी होनी चाहिए। यदि यह इससे कम है, तो टायर बदलना जरूरी है. इसे जांचने के लिए आप "ट्रैड वियर इंडिकेटर" (TWI) देख सकते हैं. यदि टायर में दरारें, कट या उभार (bulges) दिखें, तो इसे तुरंत बदलें. अगर टायर असमान रूप से घिस रहे हैं, तो यह व्हील एलाइमेंट या बैलेंसिंग की समस्या हो सकती है, और इसे बदलने की जरूरत हो सकती है.


4. ड्राइविंग की स्थिति:


खराब सड़कों पर ज्यादा ड्राइविंग: ऐसी स्थिति में टायर तेजी से घिसते हैं और जल्दी बदलने की जरूरत पड़ सकती है. यदि कार में नियमित रूप से ज्यादा वजन ढोया जाता है, तो टायर जल्दी खराब हो सकते हैं.


5. सावधानी बरतें:


टायर का सही दबाव (Tyre Pressure) बनाए रखें. कम या ज्यादा हवा होने से टायर जल्दी खराब हो सकते हैं. नियमित रूप से टायर घुमाएं (Tyre Rotation), ताकि सभी टायर समान रूप से घिसें. अगर आप टायर की स्थिति को नजरअंदाज करते हैं, तो यह आपकी और दूसरों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है. खराब टायर के कारण गाड़ी की पकड़ कमजोर हो सकती है, ब्रेकिंग दूरी बढ़ सकती है, और फिसलने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए समय पर टायर बदलना बेहद जरूरी है.