Exam Astro Tips: विद्यार्थी जीवन में परीक्षा का महत्वपूर्ण स्थान होता है. बुध ग्रह बुद्धि और ज्ञान का कारक है. इसकी मजबूत स्थिति से ज्ञान संबंधित कार्यों में सफलता मिलती है. शुक्र ग्रह क्रिएटिविटी को बढ़ावा देता है. परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राएं काफी चिंतित रहते हैं और माता-पिता भी उनकी सहायता के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. हालांकि, कई बार देखा जाता है कि छात्र कड़ी मेहनत के बावजूद अच्छे अंक नहीं हासिल कर पाते. ऐसी स्थितियों में वास्तु दोष को भी इसका एक कारण माना जा सकता है.


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पढ़ाई के समय सही दिशा 


वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विद्या है जिसमें घर या किसी अन्य स्थान की संरचना के मुताबिक पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ावा देने के उपाय बताए गए हैं. इसके मुताबिक विद्यार्थियों को पढ़ाई के समय अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे पढ़ाई में मन लगता है.


स्थान
कुछ लोग प्राकृतिक रोशनी और हवा की खोज में खिड़की या दरवाजे के पास पढ़ाई करते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, इससे बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता क्योंकि उनका ध्यान आने-जाने वाले लोगों या दृश्यों पर टिक जाता है.


मेडिटेशन 


मेडिटेशन से आपके मन को शांति मिलती है और आपकी एकाग्रता बढ़ती है. इसलिए विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे पढ़ाई करने से पहले कुछ मिनट मेडिटेशन करें ताकि उनका मन पढ़ाई में लगे.


सबसे उत्तम समय
ब्रह्म मुहूर्त, जो सुबह का समय होता है, पढ़ाई करने के लिए सबसे उत्तम समय माना जाता है. इस समय में पढ़ाई की जाती है तो वह अधिक समय तक याद रहती है.


गायत्री मंत्र
यह मंत्र ज्ञान और ध्यान में वृद्धि करने में सहायक है. प्रतिदिन इसे जपना शुभ फलदायी होता है.


तुलसी पूजा
तुलसी की पूजा से भी मन शांत और एकाग्र होता है, जो अध्ययन में सहायक होता है.


पीला धागा
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि पीला धागा बायें हाथ में बांधने से परीक्षा में लाभदायक होता है. इससे विद्या के देवी माता सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)