Garud Puran Quotes: जिंदगी में कभी नहीं रहेगी धन-दौलत की कमी, शुरू कर दें घर में ये 4 काम; गरुड़ पुराण में किया गया है वर्णन
Garuda Purana Tips: अगर आप आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे हैं तो निराश न हों बल्कि गरुड़ पुराण में कही गई बातों पर अमल शुरू कर दें. इस महापुराण में कई ऐसे उत्तम मार्गों का वर्णन किया गया है, जिन पर चलने से इंसान के जीवन में धन-समृद्धि का अंबार लग जाता है.
Garud Puran Quotes for Money: सनातन धर्म में 18 महापुराण और 4 वेदों का वर्णन मिलता है. इनमें से एक महापुराण गरुड़ पुराण भी है. इसमें मनुष्य को जीवन जीने के ऐसे तरीकों के बारे में बताया गया है, जिससे उसका यह भौतिक जीवन सफल हो सके और मृत्यु के उपरांत परलोक की ओर प्रस्थान करने पर आत्मा को कष्ट न भोगने पड़ें. आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के लिए भी गरुड़ पुराण में कई उत्तम मार्ग बताए गए हैं. इस महापुराण में कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जिन्हें हम अपनी दिचर्या में शामिल कर लें तो परिवार पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसने लगती है और जीवन में पैसों की कोई कमी नहीं रहती.य आइए जानते हैं कि वे बातें क्या हैं.
जरूरतमंद को करें अन्न दान
किसी भूखे को भोजन करवाना या अन्न दान करना गरुड़ पुराण (Garud Puran Quotes) में सर्वोत्तम कार्य माना गया है. इससे पूरे परिवार को शुभ फल प्राप्त होते हैं और परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसलिए जब भी मौका मिले, किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न का दान करने से पीछे नहीं हटना चाहिए. इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं.
कुलदेवता का करते रहें पूजन
गरुड़ पुराण (Garud Puran Quotes)में कहा गया है कि प्रत्यके व्यक्ति को अपने कुलदेवता को कभी नहीं भूलना चाहिए. सभी तीज-त्योहारों पर उसकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करनी चाहिए. कुलदेवता के प्रसन्न रहने से मौजूदा और आने वाली तमाम पीढ़ियों को उनका आशीर्वाद मिलता है और परिवार पर आने वाले संकट टल जाते हैं.
धार्मिक ग्रंथों का नियमित पाठ
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक हमें नियमित रूप से सनातन धर्म से जुड़े धर्म ग्रंथों का अध्ययन करते रहना चाहिए. इन ग्रंथों के जरिए हमें जीवम में सही और गलत के बीच का भेद पता चलता है. साथ ही जीवन का असली उद्देश्य समझ में आता है. ग्रंथों को पढ़ने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
सबसे पहले ईश्वर को भोग
गरुड़ पुराण (Garud Puran Quotes) में कहा गया है कि भोजन बनने के बाद सबसे पहले भगवान के लिए भोग निकालना चाहिए. भगवान के इस भोग को चखकर नहीं देना चाहिए. इसके बाद परिवार के दूसरे सदस्यों को भोजन परोसें. जिस घर में इस परंपरा का पालन किया जाता है, वहां पर हमेशा मां लक्ष्मी का वास होता है और वहां पर धन-समृद्धि का भंडार भरा रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)