नई दिल्ली: ये लगातार छठा साल है, जब म्यूचुअल फंड के जरिए शेयर मार्केट में पैसा बरसा. ये ट्रेंड साफ बताता है कि पिछले 6 साल से शेयर बाजार के प्रति घरेलू निवेशकों का भरोसा बढ़ा है, बस सिर्फ पैसे को निवेश करने करना का तरीका बदल गया है. अब लोग SIP को इन्वेस्टमेंट का सबसे सेफ तरीका मान रहे हैं. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया यानी AMFI के मुताबिक साल 2018 के अंत तक म्यूचुअल फंड का कुल निवेश 23.61 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया. ऐसे में अगर आपने अभी तक SIP नहीं कराई है, तो आपको पास निवेश के अच्छे विकल्प हैं. यही नहीं सही समय पर निवेश से आप रिटर्न भी अच्छा पा सकते हैं.


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कितना बढ़ा म्यूचुअल फंड का बाजार
पिछले छह सालों से म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ रहा है लेकिन 2017 की बजाय 2018 में निवेश उतना ज्यादा नहीं बढ़ा, जितनी उम्मीद थी. 2016 के मुकाबले 2017 में जहां 32 प्रतिशत की ग्रोथ हुई थी, वहीं 2017 के मुकाबले में 2018 की ग्रोथ सिर्फ साढ़े पांच प्रतिशत रही. 


अहम रहेगा 2019
- इस साल लोकसभा चुनाव होंगे
- चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर का डर
- अमेरिका में मंदी का डर
- फेडरल रिजर्व बैंक का ब्याज दरें बढ़ाने का डर


ऐसे म्यूचुअल फंड में निवेश सुरक्षित
इस साल ब्लूचिप और मिडकैप शेयरों में sip करना सुरक्षित हो सकता है. मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं कि 2019 की शुरुआत में करीब 80 पर्सेंट शेयर वाजिब वैल्यूएशन पर हैं, जबकि कुछ शेयरों को ओवरवैल्यूड कहा जा सकता है. पिछले पांच-छह साल में बैंकों को जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा, उस लिहाज से वे अच्छी हालत में दिख रहे हैं. मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं कि साल 2019 में बाजार उथल-पुथल के दौर से गुजरेगा जरूर लेकिन जो निवेशक लंबी अवधि के म्यूचुअल फंड्स मे निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए ये साल काफी अच्छा है.