ब्रजेश कुमार, नई दिल्लीः पहले कैश, कैश के बाद डेबिट और डेबिट के बाद क्रेडिट कार्ड. ट्रेंड कुछ ऐसा ही है, तभी तो साल 2018 में क्रेडिट कार्ड 'सुपरहिट' साबित हुआ. 2017-18 में क्रेडिट कार्ड की ग्रोथ 25 फीसदी के आसपास रही. जबकि, इसी दौरान डेबिट कार्ड की ग्रोथ करीब 10 फीसदी रही. इसका सीधा सा मतलब ये है कि लोगों ने जब भी कुछ खरीदा या कोई ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया या वॉलेट रीचार्ज किया, ज्यादा से ज्यादा लोगों ने क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया. और ये सब क्यों हुआ इसके पीछे दो वजह सबसे बड़ी हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसलिए बढ़ा क्रेडिट कार्ड
SBI के क्रेडिट कार्ड पर 10 परसेंट डिस्काउंट, PNB के क्रेडिट कार्ड पर 10 परसेंट कैशबैक, ICICI पर ये ऑफर और दूसरी बैंकों के दूसरे ऑफर...दरअसल पिछले कुछ साल में ऑनलाइन और ऑफलाइन बिक्री का ट्रेंड ही चेंज हो चुका है. क्रेडिट कार्ड पर इतने ज्यादा कैशबैक, डिस्काउंट और रिवॉर्ड प्वाइंट्स के ऑफर आ रहे हैं कि तेजी से लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने लगे हैं. 


क्या कहती है रिपोर्ट?
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक 2017-18 में क्रेडिट कार्ड की ग्रोथ 25 फीसदी के आसपास रही. जबकि इसी दौरान डेबिट कार्ड की ग्रोथ करीब 10 फीसदी रही. ये ट्रेंड 2018-19 में भी अगस्त महीने तक दिखा. अगस्त तक क्रेडिट कार्ड की ग्रोथ करीब 25 फीसदी रही, जबकि इसी दौरान डेबिट कार्ड ग्रोथ करीब 20 फीसदी रही. प्रति ट्रांजैक्शन रकम के मामले में भी क्रेडिट कार्ड काफी आगे है. डेबिट कार्ड पर प्रति ट्रांजैक्शन की रकम 2017-18 में करीब 1300 रुपए रही, जबकि क्रेडिट कार्ड से होने वाले सौदे की रकम औसतन 3500 रुपए रही. 


क्रेडिट बनाम डेबिट कार्ड ग्रोथ


कार्ड 2017-18 2018-19 (अगस्त तक)
क्रेडिट कार्ड 25% 25%
डेबिट कार्ड 10% 20%

महंगी शॉपिंग क्रेडिट कार्ड से


कार्ड  2017-18 2018-19 (अगस्त तक)
क्रेडिट कार्ड (औसत रकम) ₹3500  ₹3400
डेबिट कार्ड (औसत रकम) ₹1300 ₹1400

(डेटा इनपुट RBI)