Adani Dharavi Project: एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी मुंबई के धारावी का दशा और दिशा बदलने की जिम्मेदारी अडानी समूह को मिली है. धारावी पुनर्विकास परियोजना को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार और अडानी समूह पर  निशाना साधती रही है. अब परियोजना को लेकर एक और बड़ा बदलाव किया गया है. धारावी पुनर्विकास परियोजना का काम अब अडानी समूह नए नाम के साथ करेगी.  


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बदल गया नाम 
धारावी पुनर्विकास परियोजना की जिम्मेदारी संभाल रही अडानी समूह ने अपना नाम बदलकर नवभारत मेगा डेवलपर्स किया है. अडानी समर्थित कंपनी धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) ने कहा है कि वह अपने आधुनिक, समावेशी और जीवंत समुदाय के निर्माण के वादे के अनुसार अपना नाम बदल रही है. 


क्या है नया नाम, क्यों पड़ी बदलने की जरूरत 


कंपनी धारावी की मलिन बस्तियों के पुनरुद्धार की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है. कंपनी ने बयान में कहा कि डीआरपीपीएल को अब नवभारत मेगा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (एनएमडीपीएल) के नाम से जाना जाएगा. बयान के मुताबिक, नवभारत मेगा डेवलपर्स नाम कंपनी की वृद्धि, बदलाव और उम्मीद के लिए प्रतिबद्धता और ब्रांडिंग कवायद पर आधारित है. 


क्या है धारावी को लेकर अडानी की योजना


इसके लिए निदेशक मंडल और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है. धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट में अडानी समूह की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष हिस्सेदारी राज्य सरकार के पास है. नये नाम वाली कंपनी में शेयरधारिता अपरिवर्तित रहेगी. अडानी की योजना 620 एकड़ की शानदार भूमि को एक शानदार शहरी केंद्र में बदलने की है. यह जमीन न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के मुकाबले लगभग तीन-चौथाई है. कंपनी ने कहा कि नवभारत नाम इस परियोजना की उस विशाल क्षमता को दर्शाता है जो एक बेहतर कल को आकार देने में निहित है.  कंपनी ने यह भी कहा कि नाम में बदलाव से सरकार की भूमिका या परियोजना के मूल उद्देश्य में कोई बदलाव नहीं होगा. भाषा