Bribe Allegations on Gautam Adani: गौतम अडानी समेत आठ लोगों पर लगे र‍िश्‍वतखोरी आरोपों का मामला अभी ठंडा पड़ता द‍िखाई नहीं दे रहा है. प‍िछले द‍िनों अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को न‍िराधार बताया था. इसके बाद अब ग्रुप के चीफ फाइनेंश‍ियल ऑफ‍िसर (CFO) जुगेशिंदर सिंह (Jugeshinder Singh) ने कहा कि कॉन्‍ट्रैक्‍ट हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को र‍िश्‍वत देने की बात पूरी तरह गलत है. सिंह ने कहा कि अगर किसी बड़ी राशि का भुगतान किया जाता तो मुझे न‍िश्‍च‍ित तौर पर यह जानकारी होती. उन्होंने एक कार्यक्रम में मीड‍िया से बातचीत में कहा, ‘मुझे पूरी तरह इसकी जानकारी है क‍ि इस तरह का कोई मामला नहीं है. अगर आप किसी को इतनी नकद राशि का भुगतान कर रहे हैं, तो मुझे जरूर इस बारे में पता होता.’


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अमेर‍िका में लगाए गए आरोप ग्रुप पर हमला नहीं


जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी सहित अन्य के खिलाफ अमेरिका में लगाए गए आरोप ‘अभियोजन अधिकार के अनूठे उपयोग’ का मामला है. उन्होंने यह भी कहा कि यह ग्रुप पर हमला नहीं है. उन्होंने कहा कि आरोपों में जिन लोगों का नाम है, वे मामले में सही प्‍लेटफॉर्म पर जवाब देंगे. सिंह ने कहा कि अमेरिका में लगाए गए इन आरोपों के बाद किसी भी बैंक ने समीक्षा के लिए ग्रुप से संपर्क नहीं किया है. हर कोई ग्रुप को बेस‍िक इंफ्रा के निर्माण के लिए जो कुछ भी चाहिए, वह देने को तैयार है.


30 महीने के कर्ज दायित्वों को चुकाने की पर्याप्त क्षमता
उन्होंने कहा, ‘...बुनियादी रूप से, हमारे बैंक पार्टनर समझते हैं कि हमें उनके पैसे की जरूरत नहीं है. हमें इसकी जरूरत नहीं है लिहाजा यह हमारे लिए उपलब्ध है.’ मौजूदा समय में ग्रुप के पास 30 महीने के कर्ज दायित्वों को चुकाने की पर्याप्त क्षमता है. उन्होंने कहा कि अगले 12 महीने में करीब तीन अरब डॉलर का कर्ज चुकाया जाना है. उन्होंने भरोसा जताया कि ज्यादातर बैंक इस कर्ज भुगतान के लिए फाइनेंस‍िंग कर देंगे. सिंह ने कहा कि अडानी ग्रुप की इच्छा घरेलू बाजारों से भारतीय रुपये में ज्‍यादा से ज्‍यादा कर्ज जुटाने की है, लेकिन लॉन्‍ग टर्म के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर प्रोजेक्‍ट के लिए लॉन्‍ग टर्म की कमी होने से उसे अमेरिका जाना पड़ रहा है.


अडानी ग्रुप अमेरिकी कानूनों का सम्मान करता है...
उन्होंने कहा कि ग्रुप र‍िटेल इश्‍यू जैसे साधनों के जरिये ऐसे प्रोजेक्‍ट का सपोर्ट करने के लिए घरेलू बाजारों की क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप अमेरिकी कानूनों का सम्मान करता है और मामले में सहयोग कर रहा है. ग्रुप के सीएफओ ने कहा कि जब आरोप सार्वजनिक हुए तो वह लंदन में गौतम अडानी के साथ थे और उन्हें इस पर आश्‍चर्य हुआ था. यह पूछे जाने पर कि क्या आंध्र प्रदेश ने वास्तव में ग्रुप के साथ हुए बिजली खरीद समझौते को रद्द कर दिया है, सीएफओ ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है. हालांकि उन्होंने कहा कि वे ऐसी घटना से खुश होंगे क्योंकि इससे वे ज्‍यादा कीमत पर बिजली बेच सकेंगे.


अडानी ग्रुप की किसी कंपनी पर सीधा आरोप नहीं
इससे पहले जुगेशिंदर सिंह ने X पर अपनी बात रखते हुए कहा था क‍ि अडानी ग्रुप की किसी कंपनी पर सीधा आरोप नहीं है. पूरे मामले की जांच जारी है और ग्रुप की तरफ से इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया उचित समय पर दी जाएगी. उन्‍होंने कहा था अडानी ग्रुप की 11 सार्वजनिक कंपनियों में से कोई भी हालिया DOJ (डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस) के legal filings में "defendant" नहीं है. कई रिपोर्ट्स और खबरें दूसरे मामलों से जोड़कर सुर्खियां बन नहीं हैं. उन्होंने गुजार‍िश की क‍ि इस मामले पर ग्रुप की तरफ से विस्तृत प्रतिक्रिया उचित समय पर दी जाएगी. (इनपुट भाषा से भी)