PoK News: क्या पाकिस्तान के कब्जे से पीओके छूटने वाला है? क्या भारत पीओके के लिए युद्ध छेडऩे वाला है? ये सवाल महाकुंभ में होने वाले एक महायज्ञ की खबर से उठने लगे हैं. पीओके के लिए महाकुंभ में एक महाप्लान तैयार हुआ है. इस पर आपको ये खास रिपोर्ट बड़े ध्यान से जरूर पढ़नी चाहिए.
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Pakistan News: आतंकियों के देश पाकिस्तान को महाकुंभ के साधु संत, यज्ञ की वेदी में स्वाहा करने की तैयारी में है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में मिलाने के लिए महाकुंभ में शुरू होने जा रहा है महायज्ञ. साधु संत अपने तेज और तप के इस्तेमाल से पाकिस्तान को बर्बादी के उस कगार पर ले जाने की तैयारी में हैं. जहां वो पीओके को संभाल नहीं पाएगा . इस तरह से PoK भारत का हिस्सा बन जाएगा. पीओके को भारत में शामिल कराने वाला ये महायज्ञ कथावाचक श्री रामभद्राचार्य करने वाले हैं.
यूपी में खास तैयारी
- महाकुंभ में श्री रामभद्राचार्य का शिविर बन रहा है.
- शिविर के पास 250 हवन कुंड बनाए जा रहे हैं.
- 250 हवन कुंड में होने वाले यज्ञ का उद्देश्य PoK को मुक्त कराना है.
श्री रामभद्राचार्य का ये शिविल श्रीराम मंदिर के मुख्य द्वार की थीम पर बनाया जा रहा है. अपने शिविर में श्रद्धालुओं को रामकथा सुनाएंगे. इसके अलावा पीओके को भारत के कब्जे में लाने के लिए यज्ञ करेंगे. जगद्गुरू श्री रामभद्राचार्य महाकुंभ के जरिए, पाकिस्तान को सख्त संदेश देना चाहते हैं. इसीलिए वो महाकुंभ में पाकिस्तानी विरोधी महायज्ञ करने जा रहे हैं.
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संतों की प्रतिक्रिया
आपको बताते चलें कि जगद्गुरू स्वामी श्री रामभद्राचार्य लंबे समय से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके को लेकर मुखर रहे हैं. वो पाकिस्तान को पहले भी लानतें भी भेजते रहे हैं. पीओके को भारत में शामिल करने को लेकर वो पहले भी यज्ञ कर चुके हैं. श्रीरामभद्राचार्य ने तो सालभर पहले यानी 2024 में कह दिया था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला पाक अधिकृत कश्मीर हमें मिल जाए, इसलिए महायज्ञ को करा रहे हैं. श्रीरामभद्राचार्य के ऐसे महायज्ञ यकीनन, श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहेगें.
रामभद्राचार्य ने अपने इस महायज्ञ के जरिए कुछ ऐसे संकेत भी दिए हैं, जो पाकिस्तान के बुरी खबर हो सकता है. रामभद्राचार्य का महायज्ञ का होना, पीओके से पाकिस्तान को भगाने की वैचारिक शुरुआत हो सकता है.
इस महासंकल्प की पूर्ति के लिए हो रहे आयोजन से इतर 2025 में उत्तर प्रदेश की धरती पर स्थित तीर्थराज प्रयागराज के नाम से मशहूर संगम नगरी में त्रिवेणी की मौजूदगी में पूरे 12 साल बाद आयोजित हो रहे महाकुंभ की खबरों पर पड़ोसी पाकिस्तान की नजर भी लगातार बनी हुई है.