Adani Port: गौतम अडानी का पोर्ट बिजनेस और बड़ा हो गया है. अडानी पोर्ट में एक और नया नाम जुड़ गया है. गौतम अडानी की कंपनी ने ओडिशा के गोपालपुर पोर्ट का अधिग्रहण कर लिया है. 3350 करोड़ रुपये में अडानी पोर्ट ने गोपालपुर पोर्ट को शापूरजी पल्लोनजी समूह ने खरीद लिया है. एसपी समूह ने गोपालपुर बंदरगाह को अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड को 3,350 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की. साल 2017 में एसपी समूह ने गोपालपुर बंदरगाह का अधिग्रहित किया था, अब कंपनी ने इसे अडानी के हाथों बेच दिया है.   


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एसपी समूह ने क्यों बेचा गोपालपुर पोर्ट 


गोपालपुर पोर्ट वर्तमान में 20 एमटीपीए संभालने में सक्षम है. बंदरगाह ने हाल ही में ग्रीनफील्ड एलएनजी रिगैसिफिकेशन टर्मिनल इंस्टॉल करने के लिए पेट्रोनेट एलएनजी के साथ टाईअप किया है. गोपालपुर बंदरगाह की बिक्री पिछले कुछ महीनों में एसपी समूह का दूसरा बंदरगाह विनिवेश है.इस डील को लेकर शापूरजी पल्लोनजी समूह के प्रवक्ता ने कहा कि महत्वपूर्ण उद्यम मूल्य पर गोपालपुर बंदरगाह और धरमतार बंदरगाह का नियोजित विनिवेश किया गया है.  गोपालपुर पोर्ट बेचने के बाद एसपी समूह के पास अब सिर्फ गुजरात का छारा पोर्ट रह जाएगा. कंपनी कर्ज को कम करके अपना बैलेंस शीट मजबूत करना चाहती है. बीते कुछ सालों में कंपनी ने 1100 करोड़ की संपत्ति बेची है. 


पोर्ट ने अडानी को फायदा 


बता दें कि एसपी समूह अपने कर्ज को कम करने के लिए कई कदमों पर विचार कर रहा है. इसी के तहत कंपनी ने पोर्ट को बेचकर 3350 करोड़ की रकम जुटाई है. बता दें कि समूह पर करीब 20,000 करोड़ रुपये का कर्ज होने की अटकलें हैं. कंपनी इस कर्ज को कम करना चाहती है. वहीं गोपालपुर पोर्ट से शामिल होने पर अडानी पोर्ट का विस्तार हुआ है. कंपनी के पास देशभर में पोर्ट का विशाल नेटवर्क है. अब तक 14 पोर्ट अडानी समूह के पास है. बता दें कि गौतम अडानी के बेटे करण अडानी पोर्ट कारोबार का नेतृत्व करते हैं.