एक महीना पहले खरीदा Ola स्कूटर, खराबी के बाद पहुंचा शोरूम, लेकिन कंपनी के कारनामे ऐसे कि वहीं तोड़ डाली गाड़ी; देखें Video
Ola Electric Scooter: ओला इलेक्ट्रिक के स्कूटर में लगातार ग्राहकों को सॉफ्टवेयर से लेकर हार्डवेयर तक में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वीडियो में कंपनी पर आरोप लगाया गया कि उसे ठीक करने का खर्च 90,000 रुपये बताया जा रहा है.
Ola Scooter Problems: सोशल मीडिया पर ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर तोड़ने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में हथौड़े से एक ग्राहक अपने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर को तोड़ रहा है. वायरल वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, ग्राहक ने एक महीने पहले ही ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदा था और उसमें परेशानी आने लगी. वीडियो में कंपनी पर आरोप लगाया गया कि उसे ठीक करने का खर्च 90,000 रुपये बताया जा रहा है.
वीडियो में दिखाया गया कि सफेद टी-शर्ट में एक व्यक्ति ओला इलेक्ट्रिक शोरूम के सामने ही स्कूटर को तोड़ रहा है. साथ ही बड़ी संख्या में भीड़ भी शोरूम के बाहर जमा है. ओला इलेक्ट्रिक के स्कूटर में लगातार ग्राहकों को सॉफ्टवेयर से लेकर हार्डवेयर तक में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
CCPA दे चुका है जांच का आदेश
भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक की उपभोक्ता शिकायत समाधान प्रक्रिया को लेकर केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने विस्तृत जांच के आदेश चुका है.
पिछले महीने ओला इलेक्ट्रिक ने दावा किया था कि राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) पर 10,644 शिकायतों में से 99.1 प्रतिशत का समाधान कर लिया गया है. उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर सीसीपीए ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा था.
ये भी पढ़ें- इतिहास के सबसे अमीर आदमी बने एलन मस्क; जानिए अब कितनी हो गई दौलत
स्कूटर्स के पार्ट काफी महंगे
हाल ही में न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत में कई उपभोक्ताओं ने कहा था कि स्कूटर में हैंग होने और बैटरी के साथ कई परेशानियां हैं. कंपनी के कम सर्विस सेंटर होने के कारण स्कूटर ठीक कराने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है.
इसके अलावा स्कूटर पार्ट्स भी काफी महंगे हैं. इसके साथ पिछले कुछ महीनों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में भी भारी गिरावट देखने को मिली है. शुक्रवार को शेयर 69.19 रुपये पर बंद हुआ, जो कि उसके ऑल-टाइम हाई 157.40 प्रति शेयर से 56 प्रतिशत या 88.21 रुपये प्रति शेयर कम है.
कंपनी का मार्केट कैप हुआ कम
शेयर में गिरावट के साथ ही कंपनी का मार्केट कैप भी 38,000 करोड़ रुपये कम हो गया है. कंपनी का मार्केट कैप ऑल टाइम हाई पर करीब 69,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था, जो कम होकर करीब 31,000 करोड़ रुपये पर ही रह गया है. कंपनी के शेयर में गिरावट की वजह खराब सर्विस और प्रोडक्ट क्वालिटी को लेकर लगातार ग्राहकों की ओर से आने वाली शिकायतों को माना जा रहा है.