Anil Agarwal Vedanta: अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता की सहायक कंपनी ने बड़े निवेश की घोषणा की है. वेदांत ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी हिंदुस्तान जिंक अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना दोगुना करने के लिए 2 बिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी. 


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कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) अरुण मिश्रा ने एजेंसी से बात करते हुए बताया है कि कंपनी ने अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए पहले ही सलाहकारों को नियुक्त कर लिया है और अब वह खनन भागीदारों की तलाश कर रही है. उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास अपनी उत्पादन क्षमता को 20 लाख टन करने की योजना है. इसलिए मुझे यकीन है कि इस तिमाही के अंत तक हम परियोजना की घोषणा करने पाएंगे. यह तय किया जाएगा कि किस परियोजना में कहां, कितना उत्पादन बढ़ाया जाएगा." 


उत्पादन क्षमता 20 लाख टन पहुंचाने का लक्ष्य


मिश्रा ने आगे कहा कि कंपनी 2025 में 12 लाख टन की उत्पादन क्षमता का लक्ष्य लेकर चल रही है. 2026 में 13.5 लाख और 2027 में 18 लाख टन की उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि इसके बाद किसी समय हम 20 लाख टन पर पहुंच जाएंगे. 


उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी द्वारा किए जाने वाले निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "चूंकि अधिकांश खनन बुनियादी ढांचा तैयार है, इसलिए यह 1.95 से दो अरब डॉलर के बीच होगा. हमें इसके लिए मोटे तौर पर लगभग 14,000 करोड़ रुपये से 17,000 करोड़ रुपये तक की आवश्यकता होगी. कंपनी की पुनर्गठन योजनाओं पर उन्होंने कहा कि चर्चा चल रही है और हितधारक नियमित रूप से बात कर रहे हैं." 


दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जस्ता उत्पादक कंपनी


उन्होंने आगे कहा कि चूंकि सरकार हिंदुस्तान जिंक के विनिवेश पर भी काम कर रही है, इसलिए हमारी उसपर भी निर्भरता है. हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी है. कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जस्ता बाजार में लगभग 75 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखती है. 


1729 करोड़ का शुद्ध लाभ


कंपनी ने शुक्रवार को अपने सितंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी. तिमाही के दौरान कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 34.5 प्रतिशत बढ़कर 2,327 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 1,729 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. जुलाई-सितंबर की अवधि में कंपनी की आमदनी पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 7,014 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,522 करोड़ रुपये हो गई.


(इनपुट- एजेंसी)