5G Services Launch Date: 5जी सर्विस की लॉन्चिंग से कब उठेगा पर्दा? केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद बताई तारीख
5g Spectrum: दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया है कि देश में 5जी सेवा कब शुरू होगी? इसके साथ ही उन्होंने ताजा जानकारी दी है कि सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी (5G Spectrum Auction) संपन्न होने के बाद स्पेक्ट्रम हार्मोनाइजेशन (Harmonisation) की प्रक्रिया पूरी कर ली है.
5G Services Launch: देश में लोगों को बेसब्री से 5जी मोबाइल सेवा शुरू होने का इन्तजार है. इस बीच दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ी जानकारी दी है. केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि अक्टूबर, 2022 के दूसरे हफ्ते में देश में 5जी मोबाइल सेवा की शुरुआत हो जाएगी. दरअसल, अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि 12 अक्टबर, 2022 तक देश में 5जी मोबाइल सर्विसेज को लॉन्च कर दिया जाएगा जिसके बाद देश के छोटे बड़े सभी शहरों में सेवा का विस्तार किया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
टेलीकॉम मंत्री ने कहा कि हम ये सुनिश्चित करेंगे कि 5जी सर्विसेज अफोर्डेबल रहे. यानी हर स्तर के ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी. अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन सालों में देश के हर कोने में 5जी सर्विसेज उपलब्ध होगा. हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द 5जी मोबाइल सर्विसेज का रोलआउट हो. टेलीकॉम कंपनियां इस दिशा में कार्य कर रही है और इंस्टालेशन का काम किया जा रहा है. 12 अक्टूबर तक 5जी सर्विसेज की शुरुआत हो जाएगी और उसके बाद देशभर के शहरों को इस सेवा के साथ जोड़ा जाएगा.'
जरूरी है स्पेक्ट्रम हार्मोनाइजेशन प्रक्रिया
केंद्रीय मंत्री ने के अनुसार, 'स्पेक्ट्रम हार्मोनाइजेशन प्रक्रिया 5जी सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण है. इसके तहत सभी दूरसंचार सर्विस प्रोवाइडर्स की सहमति के साथ एक बैंड के भीतर उपलब्ध रेडियो तरंग के एक समूह को एक निकटवर्ती ब्लॉक में लाया जाता है. स्पेक्ट्रम हार्मोनाइजेशन से कंपनियों की क्षमता बढ़ती है क्योंकि एक बैंड में उनके पास उपलब्ध रेडियो तरंगों के हिस्से को एक साथ लाया जाता है. यह कार्य कंपनियों की सहमति से किया जाता है.
सरकारी खजाने में आए 1.5 लाख करोड़ रुपये
गौरतलब है कि देश में दूरसंचार स्पेक्ट्रम की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी इस सप्ताह सोमवार (1 अगस्त, 2022) को पूरी हुई. इसमें रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये की बोलियां आईं, जिससे 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के कुल 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को रखा गया था. इसमें 51,236 मेगाहर्ट्ज यानी 71 प्रतिशत स्पेक्ट्रम की बिक्री हुई.आपको बता दें कि इसकी नीलामी से पहले ही दिन सरकार को बड़ा मुनाफा हुआ था.