Personal Loan: चौकसी-माल्या अरबों लेकर भाग गए, 50 हजार से कम पर होने जा रही सख्ती
देश में एक तरफ जहां चौकसी-माल्या अरबों रुपये लेकर भाग गए. वहीं, दूसरी तरफ 50,000 रुपये के लोन लेने वालों से बैंकों को खतरा दिख रहा है. कई बैंकों के चीफ की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है. इसके अलावा अब आरबीआई की तरफ से भी नए नियम बनाए जा रहे हैं.
देशभर में लोन लेना एक आम बात है. लोग अपने जरूरी काम पूरे करने के लिए बैंक से लोन ले लेते हैं. इन दिनों छोटे लोन को लेकर कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही हैं. देश में एक तरफ जहां चौकसी-माल्या अरबों रुपये लेकर भाग गए. वहीं, दूसरी तरफ 50,000 रुपये के लोन लेने वालों से बैंकों को खतरा दिख रहा है. कई बैंकों के चीफ की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है. इसके अलावा अब आरबीआई की तरफ से भी नए नियम बनाए जा रहे हैं.
बैंक के प्रमुख ने संकेत दिए हैं कि अनसिक्योर्ड लोन में तनाव देखने को मिल रहा है. इसके अलावा पर्सनल लोन के फिनटेक डिजिटल लोन में भी समस्या आ रही है. सी भी उम्मीद है कि आरबीआई बैंकों के लिए इस सेगमेंट (50,000 रुपये से कम के ऋण) को लोन देना कठिन बना सकता है, जिसे जोखिम भरा माना जाता है.
छोटे लोन को लेकर सेंट्रल बैंक है चिंतित
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने बैंक के नतीजों की घोषणा के बाद कहा कि मैंने पहले भी कहा है और अब भी इस बात पर कायम हूं कि हमारी अनसिक्योर्ड बुक, सिक्योर्ड बुक से बेहतर है.उन्होंने कहा कि बैंक 50,000 रुपये से कम का लोन नहीं देता है. एक्सपर्ट के सवालों के जवाब में, खारा ने कहा कि आरबीआई इन मुद्दों पर बैंकों के साथ बातचीत कर रहा है और एसबीआई ने कहा है कि सेंट्रल बैंक छोटे लोन को लेकर चिंतित है.
सिक्योर्ड है लोन बुक
खारा ने कहा हमें अपनी असुरक्षित लोन बुक की जयादा चिंता नहीं है. यह हमारी सिक्योर्ड बुक से कहीं बेहतर है. हमारी करीब 86 फीसदी अनसिक्योर्ड बुक सैलरीड कस्टमर्स से है इसलिए उनसे वसूली में कोई खतरा नहीं है. खारा ने आगे कहा है कि बैंक की सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) 0.69 फीसदी है.
किन लोगों को दिया जाता है अनसिक्योर्ड लोन
बैंक ऑफ बड़ौदा के एमडी और सीईओ देबदत्त चंद ने कहा है कि कम नॉन परफॉर्मिंग एसेट के साथ हमारा असुरक्षित लोन पोर्टफोलियो अच्छा है, और सभी उधारकर्ता हमारे मौजूदा ग्राहक हैं. उन्होंने कहा कि नए ग्राहकों को असुरक्षित व्यक्तिगत लोन तभी दिया जाता है जब वे वेतन खाते से जुड़ते हैं. हालांकि, बैंक ऑफ बड़ौदा ने असुरक्षित व्यक्तिगत लोन की ग्रोथ को कम करने का निर्णय लिया है.
50,000 से 70,000 वाले लोन में है तनाव
इंडसइंड बैंक के प्रमुख सुमंत कथपालिया ने कहा है कि पर्सनल लोन बुक में कोई तनाव नहीं है. लेकिन कम मूल्य वाले लोन में तनाव है. पर्सनल लोन फ्लो में इजाफा हुआ है. स्मॉल टिकट पर्सनल लोन के केस में जहां टिकट का आकार 50,000 रुपये से कम है या 70,000 रुपये है वहां पर हम कुछ तनाव देख रहे हैं.